UP के शहरों में ‘पकौड़ा-प्रदर्शन’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक टीवी इंटरव्यू में पकौड़े और बेरोजगारी पर टिप्पणी क्या की, विपक्षी दल इसे भुनाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे. सोमवार को उत्तर प्रदेश के कई शहरों में समाजवादी पार्टी से कांग्रेस तक पकौड़ों के स्टॉल लगाए नजर आए. प्रधानमंत्री के ‘पकौड़ा बयान’ के विरोध में पार्टी कार्यकर्ताओं ने पकौड़ा रैली भी निकाली. इस स्टॉल को नाम दिया गया- ‘अच्छे दिन पकौड़े’. इस मौके पर आजम खान भी कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाते और पकौड़ा खाते नजर आए.
आजम खान ने कहा, “छात्रों ने अंबेडकर पार्क पर पकौड़ों का स्टॉल लगाया है. पुलिस ने छात्रों को वहां से खदेड़ दिया. प्रधानमंत्री जी इसे व्यंग्य न मानें. उन्होंने वाकई अच्छा मशवरा दिया है. हम उनके मशवरे का स्वागत करते हैं. वो बेरोजगार नौजवानों, छात्रों को राय दे रहे हैं कि वो बेकार न रहें. यही हमने प्रधानमंत्रीजी से आग्रह किया था कि नौकरियां दीजिए.”
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उत्तर प्रदेश में इस बार IPL मैच पर असमंजस
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में इस बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मैचों के आयोजन पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. कानपुर के एतिहा
सिक ग्रीन पार्क और लखनऊ के नये बने इकाना स्टेडियम में मैच होंगे या नहीं इस पर 'अगर मगर' चल रहा है. प्रदेश में क्रिकेट का गढ़ कहे जाने वाले शहर कानपुर में संसाधनों की कमी के कारण कोई भी आईपीएल फ्रेंचाइजी मैच कराने को तैयार नहीं है जबकि लखनऊ में नये बने इकाना स्टेडियम को दिल्ली डेयर डेविल्स की टीम अपना दूसरा घरेलू मैदान बनाने को तो इच्छुक है लेकिन अभी बीसीसीआई ने इसे हरी झंडी नहीं दी है.
ग्रीन पार्क में पिछले दो साल से गुजरात लायंस ने अपने दो-दो मैच खेले हैं. उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) के पदाधिकारियों के मुताबिक यह मैच कानपुर में केवल इसलिये आयोजित हो पाये क्योंकि आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने अपने गृहनगर में मैच के आयोजन के लिये व्यक्तिगत रूचि दिखाई थी. लेकिन कानपुर में संसाधनों की कमी इस बार आईपीएल फ्रेंचाइजी मालिकों की बेरुखी का सबसे बड़ा कारण बनी हुई है.
कासगंज: मस्जिद का दरवाजा जलकर खाक
उत्तर प्रदेश के कासगंज जिल में सोमवार को कुछ अज्ञात लोगों ने एक मस्जिद के दरवाजे में आग लगा दी, जिससे इलाके में तनाव फैल गया. पुलिस ने कहा कि अब हालात शांत हैं. पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि सोमवार सुबह सब्जी मंडी में उस वक्त तनाव फैल गया जब इलाके में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से कुछ अज्ञात लोगों ने गंजदुंदवारा स्थित मस्जिद का दरवाजे में आग लगा दी.
स्थानीय लोगों और दमकल की एक गाड़ी ने आग बुझा दी, लेकिन तब तक दरवाजा जलकर खाक हो गया था. इलाके के निवासी बड़ी संख्या में सब्जी मंडी के पास सड़कों पर इकठ्ठा हो गए नारे लगाने लगे. साथ ही उन्होंने आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की.
यूपी बोर्ड की परीक्षाएं आज से शुरू
उत्तर प्रदेश में मंगलवार से माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षाएं शुरू हो रही हैं. बोर्ड के अधिकारियों का दावा है कि परीक्षाओं को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इस बार परीक्षा में हाईस्कूल और इंटर के 66 लाख 37 हजार 18 परीक्षार्थी शामिल होंगे. हाईस्कूल की परीक्षा में 36,55,691 और इंटरमीडिएट की परीक्षा में 29,81,387 परीक्षार्थी सम्मिलित हो रहे हैं. इस बार 8549 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.
हाईस्कूल की परीक्षा 6 से 22 फरवरी तक चलेंगी. इंटर की परीक्षाएं 6 से शुरू होने के बाद 12 मार्च चक चलेंगी. सभी 75 जिलों में बोर्ड परीक्षा कराए जाने को लेकर कुल 8549 परीक्षा केंद्र हैं. बोर्ड की परीक्षा आयोजित कराने के लिए तीन लाख से ज्यादा कक्ष निरीक्षक, 500 से ज्यादा फ्लाइंग स्क्वायड की तैनाती की गई है.
नोएडा मुठभेड़ पर यूपी के मुख्य सचिव-डीजीपी को एनएचआरसी का नोटिस
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने उत्तर प्रदेश के नोएडा में 25 साल के युवक की मुठभेड़ मामले में राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को नोटिस जारी किया है. हाल ही में एक सब इंस्पेक्टर ने कथित मुठभेड़ में युवक को गोली मार दी थी. नोएडा पुलिस ने हालांकि मुठभेड़ की कोई सूचना होने से इंकार किया है.
एनएचआरसी की ओर से कहा गया कि आयोग ने महसूस किया कि उत्तर प्रदेश में पुलिसकर्मी अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. पुलिस बल जनता की सुरक्षा के लिए है, लेकिन नोएडा की घटना समाज में गलत संदेश देगी. आयोग ने कहा कि डर का माहौल पैदा करना अपराध से निपटने का सही तरीका नहीं है. नोएडा मामले में घायल व्यक्ति अपराधी नहीं है. वह अपने दोस्तों के साथ कार में जा रहा था. आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर उचित कार्रवाई के लिए कहा है. आयोग ने दोनों से छह हफ्ते में रिपोर्ट मांगी है.
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