ADVERTISEMENTREMOVE AD

"अबकी बार टमाटर 140 के पार" देश के ज्यादातर शहरों में आसमान छू रहे दाम

टमाटरों की बढ़ती कीमतों पर कांग्रेस ने कहा "मोदी जी ने रसोई में टमाटर और प्याज पर धारा 144 लागू कर दी है"

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

घरेलू गैस, पेट्रोल-डीजल के बाद महंगाई की आग अब टमाटर (Tomato) तक पहुंच गई है. रोजाना किचन में इस्तेमाल होने वाले टमाटर के दाम देश के कई शहरों में 100 रुपये के पार पहुंच चुके हैं. आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में बारिश और बाढ़ के बाद टमाटर की कीमत - हर सर्दियों में करीब 20 रुपये प्रति किलो होती है. लेकिन देशभर के कई राज्यों में टमाटर 100 रुपये से अधिक कीमत पर बिक रहा है. इसके अलावा शिमला मिर्च और प्याज जैसी अन्य सब्जियों की कीमतें भी बढ़ गई हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

देश के पांच बड़े शहरों में टमाटर के दाम - 

देश के पांच शहरों में टमाटर के दाम की बात करें, तो सबसे ज्यादा चेन्नई में इसके भाव 140 रुपये प्रति किलो हैं. वहीं, हैदराबाद में 120, दिल्ली में 80, कोलकाता में 80 और भोपाल में भी 80 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं.

टमाटर की कीमतों पर विपक्ष ने सरकार पर कसा तंज

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने टमाटर की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार पर तंज कसा है. खेरा ने कहा,

"मोदी जी ने देश के लिए जो स्थिति पैदा की है- रसोई में टमाटर और प्याज पर धारा 144 लागू कर दी गई है... शिमला मिर्च 100-120 रुपए किलो है, यहां तक ​कि प्याज भी 50 रुपए किलो है."

डीजल और कृषि उपकरणों पर वस्तु एवं सेवा कर लगाने के बाद लागत में बढ़ोतरी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को इस बात का आकलन करना चाहिए कि महीने के अंत में आम आदमी के पास कितना पैसा बचा है.

क्या है महंगाई का कारण ?

आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में असामान्य बारिश के बाद बाढ़ से काफी फसल बर्बाद हो गई है इसलिए सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. वहीं, मांग के साथ-साथ ट्रांसपोर्टेशन लागत में बढ़ोतरी से भी टमाटर में उछाल आया है.

एक तरफ सरकार ने दिवाली पर जनता को बड़ा राहत देते हुए पेट्रोल पर 5 और डीजल पर 10 रूपये एक्साइज ड्यूटी घटा दी थी, जिसके बाद कई अन्य राज्यों ने भी अपने यहां वैट की कटौती कर दी थी. लेकिन अब सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी ने आम आदमी की परेशानी बढ़ा दी है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×