भारत और चीन के टॉप सैन्य कमांडर एक बार फिर सोमवार को मोल्दो में बैठक करेंगे, जिसमें सीमा विवाद पर, खास तौर से पूर्वी लद्दाख की पैंगोंग झील इलाके पर चर्चा होगी. रक्षा सूत्रों के मुताबिक, इस बार की बैठक में विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) नवीन श्रीवास्तव भी भारतीय प्रतिनिधिमंडल सदस्य के रूप में शामिल होंगे.
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व 14वें कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह करेंगे. दो मेजर जनरल अभिजीत बापट और पदम शेखावत भी उनके साथ बैठक में हिस्सा लेंगे.
ये बैठक इसलिए भी अहम है क्योंकि, पिछली बातचीत से लेकर अब तक भारत ने लद्दाख में कई अहम चोटियों पर कब्जा कर लिया है. पिछले तीन हफ्तों में सेना ने छह अहम चोटियों को अपने कब्जे में ले लिया है.
टॉप सरकारी सूत्रों ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि कुछ चोटियां ऐसी हैं, जहां से भारतीय सेना के निशाने पर फिंगर 4 के पास मौजूद चीनी सैनिक हैं.
पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर सितंबर की शुरुआत में, जब भारतीय सेना फिंगर-3 के पश्चिमी हिस्से की ओर बढ़ीं, तो चीनी सेना ने फिंगर-3 और फिंगर-4 के बीच के क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए भड़काऊ सैन्य कदम उठाए. इस दौरान जब दोनों देशों के सैनिक कुछ मीटर की दूरी पर आ गए थे, तब लगभग 200 राउंड फायरिंग हुई.
सूत्रों के मुताबिक सात सितंबर को चुशुल के करीब पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर चेतावनी के तौर पर हवाई फायर किए गए थे.
ये भी पढ़ें- चीन ने फिंगर 4 पर लगाया लाउडस्पीकर, बजा रहा है पंजाबी गाने
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)