देश के अलग-अलग हिस्सों के धार्मिक संस्थान नेशनल लॉकडाउन के बाद 8 जून को पहली बार खुले. अनलॉक 1.0 लागू होने के बाद गृह मंत्रालय ने तमाम धार्मिक स्थल खोलने के लिए गाइडलाइन जारी की थी.
मंदिर से लेकर गुरुद्वारे और मस्जिद से लेकर चर्च तक सभी जगह पहले दिन रौनक दिखी. धार्मिक संस्थानों में भक्तों को प्रवेश मिला और लोगों ने दर्शन, पूजा पाठ, उपासना की. कोरोना वायरस की महामारी के चलते लोग सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सतर्क भी दिखे और धार्मिक संस्थानों ने भी इसे ध्यान में रखते हुए खास व्यवस्था की.
देशभर के अलग-अलग मंदिर खुले
देश की राजधानी दिल्ली में प्रसिद्ध मंदिर कालका जी खुला. लोगों ने मंदिर में दर्शन करते वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखा. मंदिर में दूरी बनाए रखने के लिए भगवान की चरणपादुकाओं के चिन्ह बनाए हुए हैं.
गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में भगवान के दर्शन किए और प्रार्थना की.
दिल्ली से बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर में प्रार्थना की.
गुहावटी के उग्रतारा मंदिर में पुजारी ने पूजा की.
मथुरा का श्रीकृष्ण मंदिर मंदिर भी भगवान के दर्शनों के लिए खुला. मंदिर के गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग की गई इसकी के बाद श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया गया. साथ ही मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया.
बेंगलुरू में डोडा गणपति मंदिर के बाहर भक्तों की कतार लगी नजर आई.
दिल्ली, लखनऊ में खुली मस्जिदें
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में लोगों ने कई दिनों बाद ईदगाह मस्जिद में प्रवेश किया और अपनी नमाज अदा की.
लखनऊ की मस्जिद में चादर चढ़ाते श्रद्धालु
दिल्ली की जामा मस्जिद भी सोमवार से लोगों के लिए खुली
चांदनी चौक स्थित फतेहपुरी मस्जिद भी खुली
दिल्ली, पंजाब में गुरुद्वारे खुले
दिल्ली के बंगला साहिब गुरुद्वारे में भी श्रद्धालु लोग प्रार्थना करने पहुंचे.
पंजाब के हरमिंदर साहेब (स्वर्ण मंदिर) अमृतसर में भी दर्शनों के लिए भक्त पहुंचे. लोगों का कहना था कि हमें सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखना चाहिए और इनके तहत कई कदम उठाते रहना चाहिए.
नोएडा सेक्टर 18 में गुरुद्वारा खुलने के पहले दिन ही हुई शादी
चर्च भी प्रार्थना के लिए खुलीं
कर्नाटक के बेंगलुरू में शिवाजी नजर स्थित सेंट मेरी चर्च खुली. लोगों ने चर्च में जाकर प्रार्थना की.
लखनऊ की कैथेड्रल चर्च में लोगों श्रद्धालुओं ने की प्रार्थना
धार्मिक स्थलों के लिए SOP
- संक्रमण के संभावित प्रसार के मद्देनजर धार्मिक स्थलों में गायन समूहों को अनुमति न दी जाए, बल्कि इसकी जगह रिकॉर्डेड भजन बजाए जा सकते हैं.
- सामूहिक प्रार्थना से बचा जाना चाहिए और प्रसाद वितरण और पवित्र जल के छिड़काव जैसी चीजों को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.
- मूर्तियों और पवित्र पुस्तकों को छूने से भी बचना चाहिए, एंट्री के लिए लगी लाइन में कम से कम छह फीट की भौतिक दूरी रखी जानी चाहिए.
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