उन्नाव में एक रेप सर्वाइवर को कैरोसिन डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की गई. सर्वाइवर रायबरेली कोर्ट जा रही थी, जब उसके साथ इस घटना को अंजाम दिया गया. इस मामले में और रूह कंपा देने वाली बातें सामने निकल कर आ रही हैं. एक चश्मदीद ने बताया कि सर्वाइवर एक किलोमीटर तक मदद के लिए भागती रही.
‘वो मदद के लिए दौड़ती हुई चली आ रही थी. उसे देखकर मैं सिहर गया. मैंने उससे तुरंत पूछा कि वो कौन है. उसने मुझे बताया कि वो *** की बेटी है.’रविंद्र प्रकाश, चश्मदीद
उन्नाव के एक गांव के रहने वाले प्रकाश ने कहा, 'उसका शरीर जल रहा था और वो भाग रही थी. एक पल को मुझे लगा, वो चुड़ैल है. मैंने अपने बचाव के लिए कुल्हाड़ी उठा ली, लेकिन जब मैंने जाना कि वो कौन है, तो मैं पीछे हट गया.'
एयर एंबुलेंस से दिल्ली लाई गई सर्वाइवर
सर्वाइवर 90 फीसदी तक झुलस गई है. सर्वाइवर का इलाज कर रहे डॉक्टर ने क्विंट को बताया है कि अगले 48-72 घंटे नाजुक हैं. सर्वाइवर को लखनऊ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अब उसे एयर एंबुलेंस के जरिए दिल्ली लाया जा रहा है.
प्रकाश ने रिपोर्टरों को बताया कि सर्वाइवर उसी हालत में एक किलोमीटर तक भागती रही. उन्होंने बताया, 'हमने 100 नंबर डायल किया और फोन को उसके मुंह के पास रखा ताकि वो पुलिस से बात कर पाए. कुछ देर बाद, पुलिस आई और उसे ले गई.'
जमानत पर छूटे आरोपियों ने लगाई आग
सर्वाइवर ने सब डिविजनल मजिस्ट्रेट दयाशंकर पाठक को बताया कि वो राय बरेली में अपने रेप केस के ट्रायल के लिए जा रही थी. उसके घर के पास ही गौरा मोड़ पर, पांच लोग- हरिशंकर त्रिवेदी, राम किशोर त्रिवेदी, उमेश बाजपेयी, शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी ने उसपर हमला किया और उसे आग के हवाले कर दिया.
सर्वाइवर ने पुलिस को बताया कि इनमें से दो, शिवम और शुभम त्रिवेदी ने दिसंबर 2018 में उसे अगवा कर उसका रेप किया था. सर्वाइवर इसी मामले के ट्रायल के लिए कोर्ट जा रही थी. पुलिस ने इस मामले में सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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