यूपी बोर्ड(U.P Board) इंटरमीडिएट की 30 मार्च को होने वाले अंग्रेजी (English) के पेपर को सोशल मीडिया पर लीक होने के चलते रद्द कर दिया गया. इस मामले में बलिया पुलिस ने जिला विद्यालय निरीक्षक बृजेश कुमार मिश्रा के खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पेपर लीक मामले के मास्टरमांइड निर्भर नारायन सिंह और राजीव प्रजापति सहित अब तक कुल 46 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
बताया जा रहा है कि महाराजी देवी इंटर कॉलेज के प्रबंधक निर्भय नारायन सिंह और कप्यूटर दुकान संचालक राजीव प्रजापति द्वारा महाराजी देवी इंटर कॉलेज में उपलब्ध कराए अंग्रेजी के पेपर को निकाल कर कप्यूटर दुकान संचालक राजीव प्रजापति द्वारा अंग्रेजी के टीचर अविनाश गौतम को भेज गए, जो सुभाष चन्द्र इंटर कॉलेज बलिया में अंग्रेजी के टीचर हैं. इसके बाद अंग्रेजी के टीचर अविनाश गौतम द्वारा इस पेपर को सॉल्व कराया गया बाद में हल की हुई कापी निर्भय नारायण सिंह को उपलब्ध करायी गयी. इसके बाद निर्भय नारायण सिंह द्वारा 25,000/- से 30,000/- रुपये प्रति छात्र के हिसाब से तय कर इस पेपर को मुलायम चौहान, मनीष चौहान और बृजेश चौहान (राइटर्स) के द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं पर लिखवाया गया
सोशल मीडिया पर पेपर की पीडीएफ को बेचा
इस मामले में आरोपी राजीव प्रजापति ने प्रश्नपत्र मोबाइल के पीडीएफ स्कैनर एप्प से स्कैन कर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अन्य लोगों को बेचने की बात कबूली है. लीक हुए अंग्रेजी के पेपर की पीडीएफ कॉपी आरोपियों के पास से बरामद मोबाइल में भी उपलब्ध हैं. राजीव ने इस प्रश्न पत्र को कई व्यक्तियों को लाभ कमाने के लिए बेचे जाने की बात भी कबूली है. इस बात की पुष्टि इनके बैंक अकाउंंट का पेटीएम ट्रांजैक्शन के स्क्रीनशॉट जो इनके मोबाइल में पाये गये से भी हुई है व अन्य की जांच की जा रही है.
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