उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) 2017 की मुख्य परीक्षा में गलत क्वेश्चन पेपर बांटे जाने के खिलाफ कैंडिडेट का गुस्सा सामने आया. इलाहाबाद में आयोग के कार्यालय के सामने छात्रों ने एक बस में आग लगा दी. पुलिस ने धरने पर बैठे 8 छात्रों को हिरासत में ले लिया है. वहीं मंगलवार की दोनों शिफ्ट के पेपर रद्द कर दिए गए हैं.
पुलिस अधीक्षक (नगर) बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि सुबह परीक्षा केंद्र जीआईसी से छात्रों ने जुलूस निकालकर UPPSC कार्यालय का घेराव किया. कैंडिडेट देर शाम आयोग के कार्यालय के गेट नंबर 5 के सामने धरना पर बैठ गए. उन्होंने बताया कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष ऋचा सिंह समेत 8 लोगों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया.
कैंडिडेट्स ने एक बस में आग लगा दी
छात्रों ने आयोग चौराहे पर एक बस में आग लगा दी. हालांकि, समय रहते आग पर काबू पा लिया गया और बस को अधिक नुकसान नहीं पहुंचा. अभ्यर्थियों ने पूरी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया. आयोग के सचिव जगदीश ने बताया कि परीक्षार्थियों के बहिष्कार किये जाने के कारण मंगलवार की दोनों पालियों की परीक्षाएं रद्द कर दी गईं. उन्होंने बताया कि इन दोनों प्रश्नपत्रों की परीक्षा की नयी तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी. अगली तारीखों की बाकी परीक्षाएं पहले के ही टाइम टेबल के मुताबिक कराई जाएंगी.
हिंदी की जगह निबंध का पेपर बंट गया था
बता दें कि सुबह की पाली में सामान्य हिन्दी का पेपर होना था और शाम की पाली में निबंध का पेपर होना था. लेकिन राजकीय इंटरमीडिएट कालेज स्थित परीक्षा केंद्र में सुबह की पाली में गलती से सामान्य हिंदी की जगह निंबध का प्रश्नपत्र परीक्षार्थियों में बांट दिया गया. पेपर मिलने के बाद छात्रों ने शोर शराबा करना शुरू कर दिया और परीक्षा का बहिष्कार कर आयोग कार्यालय का घेराव किया. छात्र पूरी परीक्षा रद्द करने और आयोग के अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं जिस पर पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए हल्का बल प्रयोग भी किया. छात्रों के सड़क जाम की वजह से कुछ देर ट्रैफिक भी जाम रहा.
(इनपुट: भाषा)
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