उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हापुड़ (Hapur) के समाज कल्याण अधिकारी और हापुड़ में राजकीय IAS-PCS कोचिंग सेंटर के डायरेक्टर रिंकू सिंह राही (Rinku Singh Rahi) ने सोमवार 30 मई को जारी हुए यूपीएससी-2021 (UPSC 2021 Result) की परीक्षा में 683वीं रैंक हासिल कर सफलता का नया मुकाम हासिल किया है. साल 2008 में मुजफ्फरनगर में समाज कल्याण अधिकारी रहते हुए रिंकू सिंह राही ने 83 करोड़ का घोटाला उजागार किया था, जिसके चलते उनके ऊपर हुए जानलेवा हमले में 7 गोलियां लगी थीं.
जानलेवा हमले में बची थी जान
इस हमले में बमुश्किल उनकी जान बची थी. इस हमले में रिंकू सिंह राही का चेहरा भी खराब हो गया था. रिंकू राही ने बताया कि,
"साल 2008 में पीसीएस अधिकारी बने. उन्हें पहली तैनाती मुजफ्फरनगर में बतौर समाज कल्याण अधिकारी के पद पर मिली थी. साल 2009 में उन्होंने समाजकल्याण विभाग में 83 करोड़ रुपये का घोटाला उजागर कर दिया था."
साल 2009 में उन्होंने समाजकल्याण विभाग में 83 करोड़ रुपये का घोटाला उजागर कर दिया था. घोटाला सामने आने के बाद से विभाग के लोग ही उनके दुश्मन बन गए थे. एक दिन सुबह खेलते समय जान से मारने की नीयत से उन पर कई राउंड गोलियां चलाई गईं, जिसमें उन्हें सात गोलियां लगी थीं.
कोचिंग के छात्र करते थे UPSC एग्जाम देने की जिद
किस्मत अच्छी होने की वजह से उनकी जान बच गई. लेकिन पूरा चेहरा खराब हो गया. वर्तमान में हापुड़ में समाज कल्याण अधिकारी रहते हुए उन्हें प्रदेश सरकार द्वारा संचालित आईएएस पीसीएस कोचिंग संस्थान के डायरेक्टर के पद पर नियुक्ति मिली हुई है.
हापुड़ में प्रदेश कोचिंग संस्थान में डायरेक्टर पद पर रहते हुए वह हर दिन विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं.
उन्होंने बताया कि उनके छात्र उनसे हर दिन यूपीएससी की परीक्षा देने के लिए कहते थे, जिससे छात्रों की प्रेरणा से ही रिंकू राही ने 2021 में यूपीएससी की परीक्षा दी. यूपीएससी 2021 की परीक्षा में रिंकू राही शामिल हुए थे जिसमें उन्होंने 683वीं रैंक हासिल की है.
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