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उत्तर प्रदेश में चुनाव स्थगित होंगे या नहीं, अगले हफ्ते तय करेगा चुनाव आयोग

चुनाव आयोग पंजाब, गोवा और उत्तराखंड के दौरे के बाद अगले हफ्ते उत्तर प्रदेश और मणिपुर का दौरा करने वाला है.

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भारत
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ओमिक्रॉन (Omicron) के बढ़ते खतरे के बीच उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के चुनावों को टालने के इलाहाबाद हाईकोर्ट के सुझाव के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने शुक्रवार को कहा कि चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश का दौरा करेगा फिर अगले हफ्ते स्थिति की समीक्षा कर तय करेगा कि उत्तर प्रदेश में चुनाव करवाएंगे जाएंगे या नहीं.

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सुशील चंद्रा ने राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए उत्तराखंड के दो दिवसीय दौरे के दौरान देहरादून में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा "अगले हफ्ते हम उत्तर प्रदेश जाएंगे और वहां के हालात की समीक्षा करेंगे. फिर उचित निर्णय लेंगे."

इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अनुरोध के बारे में पूछे जाने पर सुशील चंद्रा ने कहा कि उन्हें सूचित किया गया है कि उत्तराखंड में अब तक ओमिक्रॉन का एक मामला है. उन्होंने चुनाव को कोविड-सुरक्षित बनाने के लिए चुनाव आयोग के उपायों को दोहराया और कहा कि आयोग संविधान और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के अनुसार कार्रवाई करेगा.

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23 दिसंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रधानमंत्री से ठोस कदम उठाने और रैलियों, बैठकों और चुनावों को रोकने और स्थगित करने पर विचार करने का आग्रह किया था.

कोर्ट ने कहा कि, “आज फिर यूपी में विधानसभा के चुनाव नजदीक हैं जिसके लिए राजनीतिक पार्टियां रैलियां और सभाएं कर रही हैं और लाखों की भीड़ जमा कर रही हैं. इन कार्यक्रमों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना संभव नहीं है. अगर इसे समय रहते रोका नहीं गया तो परिणाम दूसरी लहर से भी ज्यादा भयावह होगा.

बता दें कि चुनाव आयोग वर्तमान में चुनावी राज्यों का दौरा कर रहा है. राज्यों में चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले आयोग हर चुनावी राज्य का दौरा करता है ये एक प्रथा. मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा, चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे और राजीव कुमार पहले ही पंजाब, गोवा और उत्तराखंड के चुनावी राज्यों का दौरा कर चुके हैं और अगले उत्तर प्रदेश और मणिपुर का दौरा करने वाले हैं.

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