देश के अन्य राज्यों समेत उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भी बिजली का संकट शुरू हो गया है. भीषण गर्मी शुरू होने के साथ-साथ कोयले की कमी जैसे कारणों की वजह से बिजली की समस्या होने लगी है. प्रदेश के कई जिलों में खासकर ग्रामीण इलाकों में बिजली की कटौती से लोग परेशान हैं.
बदायूं में ग्रामीणों ने अघोषित बिजली कटौती और फसल को हो रहे नुकसान की वजह से स्थानीय प्रशासन को आत्महत्या तक की चेतावनी दे डाली है. वहां के किसानों का कहना है कि उन्होंने अपने गहने गिरवी रखकर लोन लिया हुआ है लेकिन बिजली की कटौती की वजह से फसल को नुकसान हो रहा है और लोन चुकाना भी किसानों के लिए मुश्किल होगा.
उधर राजधानी लखनऊ और कई शहरों में ट्रांसफॉर्मर में आई गड़बड़ी और आग लगने की वजह से कई घंटों तक बिजली व्यवस्था बाधित हुई है. उन्नाव में शुक्लागंज और कुछ अन्य नगरीय क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था का बुरा हाल हो रखा है. आजमगढ़ समेत कुछ अन्य शहरों में स्थिति बद से बदतर है. 10 घंटों से ज्यादा रोजाना कटौती हो रही है.
यूपी में बिजली समस्या को लेकर कई परेशान यूजर्स ने ट्विटर पर ऊर्जा विभाग से लगातार शिकायतें की हैं.
बिजली कटौती की बढ़ती समस्या को देखकर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कर्मचारियों से अपील की है कि अत्यधिक गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ गई है. पिछले साल की अपेक्षा में अब मांग बहुत ज्यादा है. ऊर्जा विभाग में कार्यरत सभी भाई-बहनों से निवेदन है कि इस चुनौतीपूर्ण समय में जनता की सेवा के लिए रात-दिन सजग, तत्पर और उपलब्ध रहें.
इनपुट- जितेंद्र मिश्रा
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