कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने 20 जुलाई को 24 घंटे के बाद अपना धरना खत्म किया. प्रियंका ने यहां लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, "मैं वापस दिल्ली जा रही हूं क्योंकि पीड़ित परिवार से मिलने का मेरा उद्देश्य पूरा हो गया है. लेकिन मैं जल्दी ही वापस आऊंगी. मैं अपने भाई राहुल गांधी के निर्देशों के अनुसार यहां आई थी."
मिजार्पुर के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) अनुराग पटेल ने शनिवार को एक यू-टर्न लिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता जाने के लिए स्वतंत्र हैं क्योंकि उन्हें न तो हिरासत में लिया गया है और न ही गिरफ्तार किया गया है. डीएम ने शुक्रवार रात प्रियंका को 50 हजार रुपये का निजी बॉन्ड देने को कहा, ताकि वह वहां से जा सकें.
सोनभद्र नरसंहार के पीड़ितों के परिवार से मिलने के बाद प्रियंका का धरना खत्म
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
दिल्ली रवाना होने से पहले मंदिर में किए दर्शन
सोनभद्र में हुए जातीय नरसंहार के पीड़ितों के परिजनों से मिर्जापुर के चुनार गेस्ट हाउस में मुलाकात करने के बाद दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले प्रियंका ने मंदिरों में दर्शन किए. मिर्जापुर से निकलने के बाद कांग्रेस नेता वाराणसी गईं और यहां काल भैरव मंदिर में उन्होंने पूजा-अर्चना की. उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में भी दर्शन कर पूजा-अर्चना की.
इस दौरान उनके साथ पार्टी की वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद सुष्मिता देव, वाराणसी से पार्टी के लोकसभा उम्मीदवार रहे अजय राय और पार्टी नेता अजय कुमार लालू मौजूद रहे.
TMC ने प्रिंयंका गांधी का किया धन्यवाद
तृणमूल कांग्रेस ने प्रियंका गांधी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, “धरने पर बैठे तृणमूल कांग्रेस के डेलिगेशन के पास आने और उनसे विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए शुक्रिया. वीडियो वाराणसी एयरपोर्ट के बाहर का है. जमीन के अधिकार के लिए आदिवासियों की बेहद खौफनाक हत्याएं.”
प्रियंका का धरना खत्म, अब जा रही हैं विश्वनाथ मंदिर
चुनार गेस्ट हाउस से निकलकर प्रियंका गांधी अब वाराणसी स्थित विश्वनाथ मंदिर पहुंच रही हैं. फिर विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के बाद वो काल भैरव दर्शन के लिए जाएंगी.