उत्तराखंड (Uttarakhand) के अलग-अलग इलाकों में पिछले कुछ दिनों से बारिश कयामत बनकर टूट रही है. चारधाम यात्रा के रास्तों में भारी भूस्खलन के बाद अब नैनीताल और रुद्रपुर में भारी तबाही हुई है. प्रभावित सभी जिलों में अब तक 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस तबाही को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर संवेदना जताई है. वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया.
अलग-अलग जिलों में बारिश का कहर, पीएम ने किया ट्वीट
राज्य के अलग-अलग जिलों में बारिश का कहर देखने को मिला है. भारी बारिश के चलते नैनीताल जिले में 27, अल्मोड़ा जिले में 12 और चमोली जिले में 4 लोगों की मौत की खबर है. आपदा कंट्रोल रूम, देहरादून की तरफ से ये जानकारी दी गई है. पिछले 24 घंटे में 23 लोगों की मौत हुई है और दो लापता बताए जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में बारिश के चलते आई इस आपदा पर कहा कि, "उत्तराखंड के कई इलाकों में हुई भारी बारिश के कारण हुई लोगों की मौत से दुखी हूं. घायल लोग जल्द ठीक हों, जो लोग प्रभावित हैं, उनके लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. मैं सभी की सुरक्षा और सलामती की प्रार्थना करता हूं."
सीएम ने किया मुआवजे का ऐलान
पीएम के अलावा राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी पहले प्रभावित इलाकों का हेलीकॉप्टर से दौरा किया और उसके बाद पीड़ितों से भी मुलाकात की. साथ ही सीएम ने राहत बचाव कार्य को भी देखा. इसके बाद उत्तराखंड के सीएम ने मुआवजे का भी ऐलान किया.
इस आपदा में जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिवार को 4 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा. साथ ही जिन लोगों के घर तबाह हो चुके हैं, उन्हें 1 लाख 9 हजार रुपये की मदद का ऐलान किया गया है.
नैनीताल में एक ही घर में 9 मजदूर की मौत
नैनीताल जिले में भूस्खलन के कारण एक साथ रह रहे 9 मजदूरों की मौत हो गई. रामगढ़ ब्लॉक के झुतिया सुनका ग्रामसभा में 9 मजदूर घर में ही जिंदा दफन हो गए. ये सभी मोटर मार्ग के निर्माण कार्य में लगे हुए थे. शाम को पास में ही एक मकान में रह रहे इन मजदूरों के ऊपर 24 घंटे से हो रही बारिश के कारण मलबा आ गया. जिससे सभी की मौत हो गई.
बता दें कि फिलहाल उत्तराखंड के रुद्रपुर और नैनीताल के आसपास के इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. यहां लगातार हुई भारी बारिश के चलते घरों तक पानी घुस गया है. साथ ही कई घर पानी से ढह गए हैं. फिलहाल एनडीआरएफ की टीमें लगातार रेस्क्यू में जुटी हैं और ज्यादातर लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)