पद्म भूषण से सम्मानित वाणी जयराम (Vani Jairam Died) 4 फरवरी को चेन्नई में अपने घर में मृत पाई गईं. वह 78 वर्ष की थीं. वाणी जयराम को गणतंत्र दिवस 2023 से पहले भारत सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित किया था.
उनके अचानक निधन की खबर ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है. वह अपने करियर में 10,000 से ज्यादा गाने रिकॉर्ड करने के लिए जानी जाती थीं.
मौत का कारण अभी भी अज्ञात
वाणी जयराम की नौकरानी मलारकोडी ने कहा कि, "मैंने वाणी जयराम के आवास पर पांच बार घंटी बजाई. लेकिन उन्होंने दरवाजा नहीं खोला. यहां तक कि मेरे पति ने भी उन्हें फोन किया लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की. केवल वही इस आवास पर रहती हैं."
25 जनवरी को भारत सरकार ने वाणी जयराम को तीसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया था. दिग्गज गायक को इसके बाद फैंस ने सोशल मीडिया पर जमकर बधाई दी थी.
4 फरवरी को वाणी जयराम चेन्नई के नुंगमबक्कम में अपने घर में मृत पाई गई थीं. उनकी मौत का कारण अभी भी अज्ञात है. उनके पति जयराम ने 2018 में आखिरी सांस ली थी.
वाणी जयराम शास्त्रीय रूप से प्रशिक्षित संगीतकारों के परिवार से थीं. उनके पिता का नाम दुरईसामी अयंगर और माता का नाम पद्मावती था. वह 1971 में एक प्लेबैक सिंगर बनीं और पांच दशकों से ज्यादा समय तक गाती रहीं. उन्होंने 19 से ज्यादा भाषाओं में गाया और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और राज्य सरकार के पुरस्कार जीते.
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