दावा
सोशल मीडिया पर आजकल एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दिखाए जा रहे एक शख्स के बारे में कहा जा रहा है उसने एक महिला को चाकू मारा. इसके बाद उसे लोगों ने पकड़ लिया और जम कर धुनाई कर दी. कहा जा रहा है इस शख्स ने महिला को फुसलाने का कोशिश की थी. इसे 'लव जिहाद' का मामला बताया जा रहा है.इसमें कहा गया है कि एक मुस्लिम लड़का एक हिंदू लड़की लव जिहाद में फंसा कर लाया था. वह उसका मर्डर करने जा रहा था.
वीडियो में महिला की गर्दन और गाल से खून निकलते दिख रहा है. जबकि भीड़ कथित तौर पर साजिश करने वाले शख्स को पीट रही है.
वीडियो को लेकर किए गए पोस्ट यहां देखे जा सकते हैं
इस वीडियो को अलग-अलग मैसेज के साथ ट्विटर और फेसबुक पर शेयर किया जा रहा है. इस सांप्रदायिक मामले की तरह पेश करनी की कोशिश हो रही है.
क्या है सच?
वीडियो में कथित तौर पर ‘लव जिहाद’ करने वाले युवक को पिटते हुए दिखाया जा रहा है. यह घटना झारखंड के पिथौरिया की है. सोशल मीडिया में इसे लव जिहाद का मामला बताया जा रहा है. लेकिन यह लव जिहाद का मामला नहीं है.
हमने क्या पाया?
द क्विंट ने इस मामले के बारे में जानकारी के लिए रांची के एसएसपी (रूरल) से बात की. उन्होंने इस बात की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि यह 'लव जिहाद' का मामला नहीं है. उन्होंने इस संबंध में एक प्रेस रिलीज भी मुहैया कराया. प्रेस रिलीज में कहा गया है कि वीडियो में जिस शख्स को पिटते दिखाया गया है उसका नाम अरविंद कुमार है. महिला लातेहार जिले की है और फिलहाल रांची में पढ़ रही है. 15 सितंबर को युवक ने उसे अपने साथ पतरातु घाटी घूमने के लिए बुलाया था. जब ये लोग मोटरसाइकिल से रांची लौट रहे थे तो एक जगह पर रुक गए. महिला को वॉश रूम जाना था.
प्रेस रिलीज में अरविंद पर महिला को छेड़ने का आरोप लगाया गया है. जब महिला ने अरविंद का विरोध किया तो उसने उसके गाल और गर्दन पर चाकू से वार कर दिया.
वहां मौजूद लोग महिला को थाने ले गए. वहां से उसे अस्पताल भेजा गया. प्रेस रिलीज से साफ है कि महिला और उसका साथी दोनों एक ही समुदाय के हैं. यह 'लव जिहाद' का मामला नहीं है. ये कोई सांप्रदायिक घटना नहीं थी. लेकिन इस वीडियो को सोशल मीडिया पर 'लव जिहाद' का मामला बता कर वायरल किया जा रहा है.