प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने कथित SSC भर्ती घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को 26 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. उन्हें आज ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाया जाएगा. इससे पहले ईडी ने शुक्रवार, 22 जुलाई को पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी के एक सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घर से 20 करोड़ कैश बरामद किए, जिसके बाद उन्हें भी अरेस्ट कर लिया गया है.
कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग भर्ती घोटाले के आरोपी पार्थ चटर्जी के घर ईडी की टीम ने दस्तक दी थी.
छापेमारी के दौरान ली गई घर की तस्वीरों में देखा जा सकता है कि 2000 और 500 रूपए के नोट बरामद किए गए हैं. अर्पिता मुखर्जी के परिसर से 20 से अधिक मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं, जिसके मिलने के बाद ये पता लगाया जा रहा है कि इन फोनों का इस्तेमाल किसलिए किया जा रहा था.
पार्थ चटर्जी के अलावा ईडी ने शिक्षा राज्य मंत्री परेश सी अधिकारी, विधायक माणिक भट्टाचार्य, आलोक कुमार सरकार और कल्याण मॉय गांगुली के ठिकानों पर छापा मारा है.
पार्थ चटर्जी, मौजूदा वक्त में उद्योग और वाणिज्य मंत्री हैं. वह जब शिक्षा मंत्री थे तब पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (WBSSC) द्वारा सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में कथित अवैध नियुक्तियों के मामले सामने आए थे.
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने इन छापों को केंद्र की बीजेपी सरकार द्वारा अपने राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने के लिए एक चाल के रूप में बताया है.
पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री फिरहाद हाकिम ने कहा कि पूरे देश में सनसनी फैलाने वाली शानदार शहीद दिवस रैली के एक दिन बाद ईडी की यह छापेमारी और कुछ नहीं बल्कि टीएमसी के नेताओं को परेशान करने और डराने की कोशिश है.
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