दुनिया अभी कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी से लड़ रही है, लेकिन यूनाइटेड किंगडम में नोरोवायरस (Norovirus) नाम का नया आउटब्रेक हो गया है. पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (PHE) के मुताबिक, मई के अंत से 26 जुलाई तक यूके में नोरोवायरस के 154 केस दर्ज हो चुके हैं.
ये मामले तब सामने आए जब यूके ने कोविड लॉकडाउन प्रतिबंधों में छूट देने का फैसला किया था. PHE का कहना है कि ज्यादातर केस शैक्षिक संस्थानों जैसे नर्सरी और चाइल्डकेयर फैसिलिटीज में देखे गए हैं लेकिन संक्रमण सभी आयु समूहों में बढ़ा है.
नोरोवायरस क्या है? ये कैसे फैलता है? लक्षण क्या हैं? इन सभी जरूरी सवालों का जवाब यहां जानिए.
नोरोवायरस क्या है?
नोरोवायरस एक संक्रामक वायरस है जिसकी वजह से उल्टी और दस्त होते हैं. इसे सामान्य तौर पर 'विंटर वॉमिटिंग बग' कहा जाता है. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक, नोरोवायरस से सभी उम्र के लोग संक्रमित और बीमार हो सकते हैं.
इसे स्टमक फ्लू या स्टमक बग भी कहा जाता है. हालांकि, ये फ्लू से संबंधित नहीं है, जो कि इन्फ्लुएंजा वायरस से होता है.
ये एक से दूसरे व्यक्ति में कैसे फैल सकता है?
नोरोवायरस संक्रमित व्यक्ति के ड्रॉप्लेट्स फैलाने से आसानी से फैल सकता है. दूसरे लोगों को बीमार बनाने के लिए वायरस के कुछ पार्टिकल काफी होते हैं.
CDC के मुताबिक, आपको नोरोवायरस संक्रमण ऐसे हो सकता है:
संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से
संक्रमित खाना या पानी पीने से
संक्रमित सतह छूने और फिर बिना हाथ धुले उन्हें मुंह में डालने से
लक्षण क्या हैं?
CDC के मुताबिक, सबसे ज्यादा दिखने वाले लक्षण दस्त, उल्टी, जी मिचलाना और पेट दर्द हैं. दूसरे लक्षण बुखार, सिरदर्द और शरीर में दर्द हो सकते हैं.
नोरोवायरस से संक्रमण के 12-48 घंटों बाद लक्षण दिख सकते हैं. व्यक्ति को अपनी तबीयत काफी खराब लगती है और वो दिन में कई बार उल्टी कर सकता है या दस्त की शिकायत हो सकती है. बच्चों में इससे पानी की कमी हो सकती है.
संक्रमण का फैलना कैसे रोका जा सकता है?
नोरोवायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कोई खास गाइडलाइन नहीं है.
इससे निपटने के लिए अच्छी हाइजीन रखना जरूरी है. अच्छी हैंड हाइजीन, खाने को ठीक से बनाना और अल्कोहल आधारित सैनिटाइजर इस्तेमाल करना कुछ सेफ्टी टिप्स हो सकते हैं.
क्या इसका इलाज उपलब्ध है?
CDC के मुताबिक, नोरोवायरस के इलाज के लिए कोई खास दवाई उपलब्ध नहीं है. अगर आप संक्रमित हैं तो पानी की कमी से बचने के लिए फ्लुइड्स लेते रहें. पानी की गंभीर कमी होने पर डॉक्टर से संपर्क करें.
कोविड जैसे संक्रमण होने की वजह से दोनों में अंतर कैसे कर सकते हैं?
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, कोविड में खांसी, सूंघने और चखने की शक्ति का चला जाना, सांस लेने में दिक्कत मतलब कि रेस्पिरेटरी सिस्टम से जुड़े लक्षण दिखते हैं. जबकि नोरोवायरस में गंभीर दस्त, उल्टी, जी मिचलाना और पेट दर्द जैसे लक्षण आते हैं.
लक्षण दिखने पर तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें.
क्या भारत में कोई केस है?
नहीं, अभी तक भारत में नोरोवायरस का कोई केस दर्ज नहीं हुआ है.
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