प्रोफेसर योगेश सिंह को दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) का कुलपति नियुक्त किया गया है. बुधवार 22 सितंबर को शिक्षा मंत्रालय के ट्विटर हैंडल के एक ट्वीट में इस बात की जानकारी दी गई.
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने बुधवार को प्रोफेसर योगेश सिंह को दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के नए कुलपति के रूप में मंजूरी दी, जबकि प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता को मध्य प्रदेश में डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया.
कौन हैं प्रोफेसर योगेश सिंह
राष्ट्रीय मूल्यांक और प्रत्यायन परिषद (NAAC) के कार्यकारी सदस्य योगेश सिंह, इससे पहले दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (DTU) के कुलपति थे.
पिछले दिनों डीटीयू के कुलपति का पदभार संभालने के दौरान, उनके बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली सरकार द्वारा प्रो.योगेश सिंह को अगले पांच साल के सेवा विस्तार के लिए प्रस्ताव भेजा गया था.
प्रो. योगेश सिंह को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) समर्थित शिक्षक समूह भारतीय शिक्षण मंडल का करीबी भी माना जाता है.
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक योगेश सिंह पहले दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (DTU) के वाइस चांसलर थे. इससे पहले उन्होंने नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के निदेशक, महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय बड़ौदा के कुलपति, और गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय या आईपी विश्वविद्यालय में सूचना प्रौद्योगिकी के डीन के रूप में कार्य किया है.
इसके अलावा सिंह गुजरात के गांधीनगर में सूचना और पुस्तकालय नेटवर्क, गुजरात स्टेट पट्रो नेट लिमिटेड और गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड जैसे संस्थानों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं.
उन्होंने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् (AICTE), भोपाल के केन्द्रीय क्षेत्रीय समिति के अध्यक्ष के तौर पर भी काम किया है.
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय, लखनऊ के लिए खोज समिति के सदस्य, योगेश सिंह पर तब विवाद हुआ, जब उन पर आत्म-साहित्यिक चोरी का आरोप लगाया गया था. मामले में 23 जुलाई को प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)