विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) ने 22 सितंबर को एक संशोधित वैश्विक एयर क्वॉलिटी गाइडलाइन्स (Air quality guidelines) जारी किया है. इसमें छह प्रदूषक श्रेणियों- पार्टिकुलेट मैटर (PM), ओजोन (O3), नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2) सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) और कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) के लिए और अधिक कठोर सीमाओं की घोषणा की गई.
2005 के बाद से यह WHO एयर क्वॉलिटी गाइडलाइन्स का पहला अपडेट है. इसमें WHO ने साफ शब्दों में कहा है कि जलवायु परिवर्तन के साथ वायु प्रदूषण मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़े पर्यावरणीय खतरों में से एक है.
2005 की अपेक्षा WHO ने अपने निगरानी करने वाले लगभग हर प्रदूषक के लिए उच्च मानक निर्धारित किये हैं. WHO ने कहा है कि इन नए दिशानिर्देशों का पालन करते हुए "लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है."
"2005 में आखिरी अपडेट के बाद से, कई प्रमाण सामने आये हैं जो दिखाते हैं कि वायु प्रदूषण शरीर के सभी हिस्सों को प्रभावित करता है, मस्तिष्क से लेकर मां के गर्भ में पलते बच्चे तक, पहले की तुलना में कम कंसंट्रेशन पर भी”Tedros Adhanom Ghebreyesus, WHO महानिदेशक
2005 और 2021 के गाइडलाइन्स में अंतर
PM2.5 लेबल
WHO के नए संशोधित गाइडलाइन्स में वार्षिक PM2.5 औसत को 5 ug/m3 निर्धारित किया गया है. इसे 2005 की 10 ug/m3 के लिमिट से नीचे लाया गया है. 2005 के गाइडलाइन्स में 24 घंटे की अवधि में 25 ug/m3 PM 2.5 को सुरक्षित माना जाता था लेकिन संशोधित गाइडलाइन्स में WHO ने कहा है कि हवा में 15 ug/m3 से अधिक का कंसंट्रेशन सुरक्षित नहीं है.
PM10 लेबल
PM10 का वार्षिक औसत संशोधित गाइडलाइन्स में अब 15 ug/m3 है जबकि 2005 में 20 ug/m3 की लिमिट तय की गयी थी. इसी तरह 24 घंटे की अवधि में PM10 के मानक को 2005 की लिमिट 50 ug/m3 से घटाकर 45 ug/m3 किया गया है.
NO2 लेबल
मुख्य रूप से डीजल इंजन द्वारा उत्पादित नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2) की नई सीमा अब 75% कम है. इसे 2005 की सीमा वार्षिक औसत 40 ug/m3 से घटाकर 10 ug/m3 किया गया है.
SO2 लेबल
WHO के नए संशोधित गाइडलाइन्स में 24 घंटे की अवधि में सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) की लिमिट को 20 ug/m3 तय किया गया है जबकि 2005 के मानक में इसे 40 ug/m3 निर्धारित किया गया था.
ओजोन (O3) और कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) लेबल
WHO ने अपने एयर क्वॉलिटी गाइडलाइन्स में पहली बार ओजोन (O3) और कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) के सुरक्षित लेबल को निर्धारित किया है. जारी गाइडलाइन्स के अनुसार O3 के लिए पीक सीजन में 60 ug/m3 की सीमा तय की गयी है जबकि 24 घंटे की अवधि में CO का लेबल 4 ug/m3 के नीचे रहना चाहिए.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)