एक तरफ यूपी में जहां लोग घंटों कतारों में लगे हुए हैं वहीं दूसरी ओर बांदा में खाद की कालाबाजारी के आरोप लग रहे हैं. देश के तमाम हिस्सों में जैसे मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश में खाद की मारामारी चल रही है कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश से भी कुछ ऐसी ही तस्वीरें हमारे सामने आईं थीं जहां लोग खाद की कालाबाजारी का आरोप लगा रहे थे मगर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐसे आरोपों को अफवाह बता दिया और उन पर कार्रवाई करने की भी बात कह डाली थी. अब नई तस्वीर नए प्रदेश से आई है मगर समस्या नई नहीं है किसान खेतों में खून जलाने के बाद अब खाद की कतारों में भी खून पसीना बहा रहा है. वहीं, एडीएम खुद मौके पर पहुंचे और केंद्र प्रभारी को फटकार लगाई और फिर क्या हुआ ? मामले की जांच के निर्देश दे दिए गए हैं.
ट्रेन चल रही है और तेल चुराया जा रहा है. चोरों ने प्रशासनिक अनुमंडल बिहटा से गुजरने वाली एक तेल टैंकर ट्रेन को निशाना बनाया है. जान जोखिम में डालकर बाल्टियों की मदद से तेल चुराया जा रहा है. इससे पहले बिहार से ऐसी ही कुछ और विचित्र चोरियों की खबर सुर्खियां बटोर चुकी हैं मसलन सड़क चोरी, पुल चोरी, टावर चोरी और अब ट्रेन से तेल चोरी की खबर बिहार में हो रही चोरी के क्षेत्र में एक नया प्रयोग नजर आ रहा है.
ट्रेन से भले ही तेल चुराया जा रहा हो मगर हवाई सुरक्षा को लेकर एक रैंकिंग आई है जिसमें भारत ने अच्छी ग्रोथ दर्ज की है. भारतीय विमानन सुरक्षा निरीक्षण तंत्र (Aviation safety ranking) में अब टॉप 50 देशों में जगह बना चुका है. इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन (ICAO) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार भारत टॉप 50 देशों में 48वें स्थान पर है. बता दें कि भारतीय विमानन सुरक्षा निरीक्षण तंत्र चार साल पहले 102वीं रैंक पर हुआ करता था. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 187 देशों के बीच में ये रैंकिंग जारी की गई है.
आसमान से अब जमीन की ओर आते हैं और जमीन पर आकर उत्तरप्रदेश के आगरा चलते हैं जहां मौजूद है ताजमहल, ताजमहल जैसी खूबसूरत धरोहर के इर्द गिर्द भी काफी विवाद जुड़े हुए हैं और ऐसे ही एक विवाद पर दायर की गई सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका खारिज कर दी गई दरअसल ये याचिका ताजमहल के वास्तविक इतिहास का पता लगाने के लिए दायर की गई थी. मगर सुप्रीम कोर्ट ने इसकी सुनवाई से इनकार कर दिया है.
ताजमहल जयपुर के कछवाहा राजपूतों के राजघराने राजा मानसिंह का महल था, इसकी हकीकत सामने आनी चाहिएयाचिकाकर्ता
आप सरकार के सामने इसे रखें, या फिर पुरातत्व विभाग के पास जाएं. हम यहां इतिहास को फिर से खोलने के लिए नहीं है, इतिहास को जारी रहने देंसुप्रीम कोर्ट
इतिहास के बाद अब वर्तमान पर भी हमें नज़र डालनी चाहिए और वर्तमान बता रहा है कि भारत की GDP ग्रोथ में तेजी से गिरावट हुई है.ये आंकड़े NSO (राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय) ने जारी किए. पहली तिमाही में GDP ग्रोथ 13.5% रही थी, जो कि दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) में 6.3% रह गई है.बीते साल इसी तिमाही में GDP ग्रोथ 8.4% थी.इन आंकड़ों पर जानकारों की अलग अलग प्रतिक्रिया आ रही है कुछ इस पर चिंता जाहिर कर रहे हैं तो कुछ का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने ये आंकड़े ऐसे समय में दिये हैं, जब दुनिया की विकसित अर्थव्यवस्थाएं मुश्किलों से घिरी हैं. ब्रिटेन आर्थिक मंदी में फंस चुका है. चीन ने अपने ताजा GDP के आंकड़े इसलिए नहीं जारी किए हैं, क्योंकि नेगेटिव ग्रोथ का अनुमान लगाया जा रहा है. वहीं World Bank के अनुसार भारत की GDP ग्रोथ 2022-23 में 6.9% रहेगी. 2021-22 के 8.7% के GDP दर के मुकाबले यह बड़ी गिरावट है.
जीडीपी वगैरह तो हो गईं तकनीकी बातें अब आपको आसान भाषा में एक खबर समझाते हैं या यूं कहिए की एक किसान की कहानी बताते हैं, कर्नाटक के गडग जिले का एक किसान 415 किमी. सफर करके बंगलुरु पहुंचा किसलिए? प्याज की उपज बेचने, लेकिन मंडी में 209 किग्रा. प्याज बेचने पर हाथ में सिर्फ 8 रुपये बचे.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गडग जिले के पवादेप्पा हल्लीकेरी बंगलुरु की यशवंतपुर मंडी में प्याज बेचने पहुंचे तो यहां के थोक व्यापारी ने 200 रुपये प्रति क्विंटल के भाव प्याज खरीदा. इसके बाद थोक व्यापारी ने किसान के नाम जो रसीद बनाई, उसमें 377 रुपये का मालवाहक शुल्क और 24 रुपये प्याज की उठावनी का शुल्क भी था. इन सभी की लागत घटाकर आखिर में किसान के हाथ सिर्फ 8 रुपये 36 पैसे ही आए. सैंकड़ों किलोमीटर सफर करने के बावजूद किसान के हाथ निराशा ही लगी.ऐसी ही मिलती जुलती खबर कुछ दिन पहले एमपी से भी आई थी 300 किलो प्याज बेचने पर किसान को महज 2 रुपए मिले थे.
अब शो में बारी है देखी-अनदेखी तस्वीर की
जी 20 की तैयारियों को लेकर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई. ये बैठक राष्ट्रपति भवन के कल्चरल सेंटर में हुई.
केजरीवाल से मिले पीएम मोदी
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