भारतीय रक्षा मंत्रालय की तरफ से एक अहम फैसला लिया गया है. यह फैसला भारतीय सेना में महिलाओं की भूमिका के संबंध में काफी बड़ा है. रक्षा मंत्रालय ने फैसला लिया है कि अब सेना में महिला अफसरों को स्थायी कमीशन दिया जाएगा. इसका मतलब अब रिटायरमेंट की उम्र तक महिलाएं सेना में काम कर सकती हैं.
सेना की सभी शाखाओं में परमानेंट कमीशन
रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक अब सेना की सभी शाखाओं में महिलाओं को परमानेंट कमीशन दिया जाएगा. इससे पहले सेना की 10 शाखाओं में महिलाओं के लिए शॉर्ट सर्विस कमीशन का प्रावधान था. लेकिन अब महिलाएं अपनी मर्जी के मुताबिक या फिर रिटारयमेंट की उम्र खत्म होने पर ही नौकरी छोड़ सकती हैं.
शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत महिलाओं को 10 साल तक के लिए भारतीय सेना की कुछ शाखाओं में बतौर ऑफिसर काम करने का मौका दिया जाता था. 10 साल के बाद इसे चार साल तक के लिए और बढ़ाया जा सकता है. लेकिन 10 साल पूरे होने के बाद अधिकारी कभी भी अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं.
भारत की महिला रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण सेना में महिलाओं की भूमिका को लेकर बड़े फैसले लेती आई हैं. अब महिलाओं को फुल कमीशन देने के इस फैसले को भी सेना में महिलाओं की भूमिका को बढ़ाने की तरफ एक कदम माना जा रहा है
सेना पुलिस में शामिल करने का लिया था फैसला
इससे पहले भी रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सेना में महिलाओं की भूमिका को मजबूत करने के लिए कदम उठाया था. कुछ ही समय पहले रक्षा मंत्री ने महिलाओं को डिफेंस पुलिस में शामिल करने का फैसला लिया था. उन्होंने कहा था कि अब महिलाओं को भी एक जवान के तौर पर सेना पुलिस में शामिल किया जाएगा. उन्होंने महिलाओं को सेना के मिलिट्री पुलिस कोर में 20 प्रतिशत हिस्सा देने की बात कही थी.
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