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WFI के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पहलवान कौन, किसने कब-कब देश का नाम रोशन किया?

Wrestlers Protest: भारत के जाने माने कौन-कौन से पहलवान धरने पर बैठे हैं, आइए आपको बताते हैं.

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भारत
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ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) और साक्षी मलिक (Sakshi Malik) सहित अन्य भारतीय पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) की मनमानी के विरोध में नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर इकट्ठा (Wrestler's Protest ) हुए हैं. भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रेसीडेंट पद पर बैठे बीजेपी सांसद पर यौन शोषण का आरोप लगाया गया है. रेसलर्स और सरकार के बीच बातचीत भी हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है.

रेस्टलर्स की मांग है कि फेडरेशन को भंग किया जाए और भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रेसीडेंट बृजभूषण शरण सिंह को तत्काल हटाया जाए. बृजभूषण शरण सिंह ने अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है. बताते हैं कि धरने पर बैठे पहलवान कौन हैं?

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विनेश फोगाट

विनेश फोगाट इन प्रदर्शनों के मुख्य चेहरों में से एक हैं. वह राष्ट्रमंडल और एशियाई दोनों खेलों में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं. वह विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कई पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय महिला पहलवान हैं. विनेश फोगट 2019 में लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवार्ड्स के लिए नॉमिनेट होने वाली पहली भारतीय एथलीट हैं.

Wrestlers Protest: भारत के जाने माने कौन-कौन से पहलवान धरने पर बैठे हैं, आइए आपको बताते हैं.

विनेश फोगट

(फोटो-पीटीआई/altered by quint)

विनेश फोगाट पहलवानों के परिवार से आती हैं, उनके चचेरे भाई भी अंतरराष्ट्रीय पहलवान और राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता हैं.

विनेश फोगाट राजपाल फोगाट की बेटी और पहलवान गीता और बबीता की चचेरी बहन हैं. उनके दोनों चचेरे भाइयों ने राष्ट्रमंडल खेलों में 55 किग्रा वर्ग में स्वर्ण जीता है.

बजरंग पुनिया

बजरंग पुनिया ने 2018 एशियाई खेलों में एकतरफा मुकाबले में पुरुषों के 65 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में जापानी पहलवान ताकातानी दाइची को 11-8 से हराया है. बजरंग पुनिया एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारत के 9वें पहलवान है. बजरंग ने अपना स्वर्ण पदक पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित किया था.

वर्तमान में वे भारतीय रेलवे में राजपत्रित अधिकारी ओएसडी स्पोर्ट्स के पद पर कार्यरत हैं.

Wrestlers Protest: भारत के जाने माने कौन-कौन से पहलवान धरने पर बैठे हैं, आइए आपको बताते हैं.

बजरंग पुनिया

(फोटो-पीटीआई/altered by quint)

बजरंग पुनिया ने कुश्ती में यह कुछ अहम मुकाबले जीते हैं.

2013 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप

भारत में आयोजित एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के सेमीफाइनल बाउट में बजरंग पुनिया ने उत्तर कोरिया के ह्वांग रयोंग-हाक से 3-1 से हारने के बाद पुरुषों की फ्रीस्टाइल 60 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता.

क्वार्टर फाइनल में उनके प्रतिद्वंद्वी ईरान के मुराद हसन थे जिन्हें उन्होंने 3-1 से हराकर सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया.

2013 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप

हंगरी में बजरंग पुनिया ने रेपचेज दौर के माध्यम से कांस्य पदक बाउट के लिए क्वालीफाई करके पुरुषों की फ्रीस्टाइल 60 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता. वहां उन्होंने मंगोलिया की एंखसाइखानी न्याम-ओचिर को 9-2 से हराया.

उन्होंने बुल्गारिया के व्लादिमीर दुबोव का सामना किया और उन्हें 7-0 से हराया। बल्गेरियाई पहलवान के फाइनल बाउट के लिए क्वालीफाई करने के बाद रोमानियाई पर 10-3 से जीत दर्ज की.

2014 राष्ट्रमंडल खेल

ग्लासगो, स्कॉटलैंड में उन्होंने कनाडा के डेविड ट्रेमब्ले से 1-4 से हारने के बाद पुरुषों की फ्रीस्टाइल 61 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता.

2014 एशियाई खेल

इंचियोन, दक्षिण कोरिया में उन्होंने पुरुषों की फ्रीस्टाइल 61 किग्रा वर्ग में ईरान के मसूद एस्मेलपोरज़ौयबरी से 1-3 से हारने के बाद रजत पदक जीता था.

एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप 2017

मई 2017 में उन्होंने दिल्ली में आयोजित एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता.

2018 राष्ट्रमंडल खेल

ऑस्ट्रेलिया में उन्होंने पुरुषों की फ्रीस्टाइल 65 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर वेल्स के केन चारिग को हराकर स्वर्ण पदक जीता.

2021 में उन्होंने रोम, इटली में आयोजित माटेओ पेलिकोन रैंकिंग सीरीज 2021 में 65 किग्रा इवेंट में स्वर्ण पदक जीता. इसके सिवा भी बजरंग पुनिया ने कई अन्य इवेंट्स में इंडिया के लिए पदक जीते हैं.

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साक्षी मलिक

साक्षी मलिक फ्रीस्टाइल पहलवान हैं. 2016 के ओलंपिक में उन्होंने 58 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता. साक्षी मलिक ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं. साथी महिला पहलवानों विनेश फोगाट, बबीता कुमारी और गीता फोगाट के साथ वह JSW स्पोर्ट्स एक्सीलेंस प्रोग्राम का हिस्सा हैं.

मलिक ने इससे पहले ग्लासगो में 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक और दोहा में 2015 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था.

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साक्षी मलिक

(फोटो-पीटीआई/altered by quint)

साक्षी मलिक वर्तमान में उत्तर रेलवे क्षेत्र में दिल्ली डिवीजन के वाणिज्यिक विभाग में भारतीय रेलवे के साथ पोस्टेड हैं और वह जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स एक्सीलेंस प्रोग्राम का हिस्सा हैं. रियो में कांस्य पदक जीतने के बाद, उन्हें वरिष्ठ लिपिक से राजपत्रित अधिकारी पद पर पदोन्नत किया गया था. 2014 से 2022 तक साक्षी मलिक ने इनके सिवा अपने साथियों के साथ भारत के लिए और भी पदक जीत देश का नाम रोशन किया है.

सरिता मोर

सरिता मोर ने 2017 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में 58 किग्रा भार वर्ग में रजत पदक और 2020 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में 59 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता.

2021 में सरिता मोर ने इटली में आयोजित माटेओ पेलिकोन रैंकिंग सीरीज 2021 में 57 किलोग्राम स्पर्धा में रजत पदक जीता. उन्होंने ओस्लो, नॉर्वे में आयोजित 2021 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक भी जीता. उन्होंने बेलग्रेड, सर्बिया में आयोजित 2022 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में 57 किग्रा स्पर्धा में भाग लिया.

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सरिता मोर

(फोटो-पीटीआई/altered by quint)

अंशु मलिक

अंशु मलिक एक फ्रीस्टाइल पहलवान हैं. उन्होंने ओस्लो, नॉर्वे में आयोजित 2021 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में महिलाओं की 57 किलोग्राम स्पर्धा में रजत पदक जीता. वह महिला वर्ग में विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय पहलवान हैं.

अंशु मलिक ने कैडेट कुश्ती चैंपियनशिप के 60 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता.

2020 में उन्होंने भारत में आयोजित 2020 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में 57 किलोग्राम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता. उसी साल उन्होंने बेलग्रेड, सर्बिया में आयोजित 2020 व्यक्तिगत कुश्ती विश्व कप में महिलाओं के 57 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता.

Wrestlers Protest: भारत के जाने माने कौन-कौन से पहलवान धरने पर बैठे हैं, आइए आपको बताते हैं.

अंशु मलिक

(फोटो-पीटीआई/altered by quint)

एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप 2021 में अंशु मलिक ने विनेश फोगाट और दिव्या काकरान के साथ गोल्ड जीता.

अप्रैल 2022 में उन्होंने उलानबटार में आयोजित 2022 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में 57 किलोग्राम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता.

2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं के 57 किलोग्राम फ्रीस्टाइल के फाइनल में पहुंचने के बाद रजत पदक जीता है.

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सोनम मलिक

सोनम मलिक सोनीपत हरियाणा की एक भारतीय महिला पहलवान हैं. उन्होंने राष्ट्रीय खेलों में एक स्वर्ण पदक और विश्व कैडेट कुश्ती चैंपियनशिप में दो स्वर्ण पदक जीते है.

सोनम मलिक ने 2016 में राष्ट्रीय स्कूल खेलों में स्वर्ण पदक जीता है. 2017 में उन्होंने कैडेट राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में रजत, विश्व स्कूल खेलों में एक स्वर्ण, कैडेट एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक और स्वर्ण पदक जीता है.

कैडेट विश्व कुश्ती चैंपियनशिप 2018 में उन्होंने कैडेट एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप और कैडेट विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीते है. 2019 में सोनम मलिक ने फिर से कैडेट विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता.

Wrestlers Protest: भारत के जाने माने कौन-कौन से पहलवान धरने पर बैठे हैं, आइए आपको बताते हैं.

सोनम मलिक


(फोटो-पीटीआई/altered by quint)

2020 में उन्होंने 2016 रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक को दो बार हराया. सोनम मालिक ने सोफिया, बुल्गारिया में आयोजित 2022 विश्व जूनियर कुश्ती चैंपियनशिप में रजत पदक जीता.

वह ओलंपिक गोल्ड क्वेस्ट के लिए भारतीय एथलीटों को ओलंपिक पदक जीतने में मदद करने के लिए काम कर रही हैं.

अमित कुमार धनखड़

अमित कुमार धनखड़ भारत के एक फ्रीस्टाइल पहलवान हैं. वह दो बार राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियन बनने के साथ-साथ 2013 में एशियाई कुश्ती चैंपियन बने. उन्होंने 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों में भी स्वर्ण पदक जीता था. 2015 में उन्होंने प्रो रेसलिंग लीग के उद्घाटन संस्करण में हिस्सा लिया, जहां उनकी टीम ने खिताब जीता. वह हरियाणा पुलिस में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं.

Wrestlers Protest: भारत के जाने माने कौन-कौन से पहलवान धरने पर बैठे हैं, आइए आपको बताते हैं.

अमित कुमार धनखड़

(फोटो-पीटीआई/altered by quint)

सुमित मलिक

सुमित मलिक भारत के एक फ्रीस्टाइल पहलवान हैं जो 125 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हैं. वह 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक विजेता थे. वह 2017 में एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप और राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप दोनों में रजत पदक विजेता भी रहे हैं.

जुलाई 2021 में सुमित मलिक को डोप टेस्ट में विफल होने के कारण यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग द्वारा दो साल का प्रतिबंध लगाया गया था.

रियो ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता सरिता मोर, संगीता फोगट, अंशु मलिक, सोनम मलिक, सत्यव्रत मलिक, जितेंद्र किन्हा, अमित धनखड़ और कॉमन वेल्थ गेम्स पदक विजेता सुमित मलिक के साथ 30 ऐसे ही जाने माने पहलवान है जो जंतर-मंतर पर फेडरेशन और रेसलिंग फेडरेशन के प्रेसिडेंट बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.

(न्यूज इनपुट्स - विकिपीडिया)

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