जी न्यूज ने अपने ‘प्राइम टाइम शो’ में जाने-माने शायर गौहर रजा को राष्ट्र-विरोधी कहा है. लेकिन, अब जी न्यूज पर इसकी वजह से शिक्षाविदों, अभिनेताओं, पत्रकारों, वकीलों और साहित्यकारों का गुस्सा फूट पड़ा है.
जी न्यूज के ‘प्राइम टाइम शो’ में कहा गया है कि मुशायरा में जितने लोगों ने भाग लिया वे ‘अफजल प्रेमी गैंग’ के हैं. ‘प्राइम टाइम शो’ में रजा की कविता को तोड़-मरोड़ कर वॉयसओवर के साथ दिखाया गया. और, जेएनयू छात्रों का समर्थन करने पर रजा की निंदा भी की गई.
तमाम शख्सियतों ने एक स्टेटमेंट जारी कर ये मांग की है कि जी न्यूज अपनी लापरवाह कवरेज के लिए माफी मांगे. इस स्टेटमेंट को नसीरुद्दीन शाह और शर्मिला टैगोर जैसी जानी- मानी हस्तियों का समर्थन प्राप्त है.
साहित्यकारों में सुमित सरकार, केएन पानिक्कर और तनिका सरकार ने जेएनयू प्रोफेसर निवेदिता मेनन का भी समर्थन किया है. जी न्यूज ने प्रोफेसर निवेदिता पर राष्ट्र विरोधी भावनाएं रखने का आरोप लगाया था.
स्टेटमेंट में कहा गया है -
टीवी के माध्यम का इस्तेमाल कर किसी एक शख्स को टारगेट करना एक खतरनाक ट्रेंड है. जीटीवी ने जेएनयू छात्रों के मामले में भी ऐसा ही किया है. इस चैनल के द्वारा दिखाए गए डॉक्टर्ड वीडियो ही कन्हैया, उमर और अनिर्बान की गिरफ्तारी की वजह बने थे. चैनल ने अब तक इस गैर-जिम्मेदाराना काम के लिए अब तक माफी नहीं मांगी गई है. जबकि, अब उनका ये काम सामने आ गया है.
हम प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया और ब्रॉडकास्ट एसोसिएशन से इस आपराधिक कार्य के खिलाफ तत्काल रूप से कदम उठाने की मांग करते हैं. हम दिल्ली और केंद्र से भी एक नागरिक की जिंदगी को खतरे में डालने के लिए कदम उठाने की मांग करते हैं. हम जी न्यूज के इस अनैतिक और आपराधिक कार्य की निंदा करते हैं. और, बिना किसी शर्त के माफी मांगे जाने की मांग करते हैं.
इस स्टेटमेंट को विस्तार से यहां पढ़ा जा सकता है.
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