शनिवार को केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि 12 से 18 साल की उम्र के बच्चों के लिए जायडस केडिला ने अपनी कोरोना वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल पूरा कर लिया है. जल्द ही कानूनी अनुमति मिलने के बाद यह वैक्सीन बच्चों के लिए उपलब्ध हो जाएगी.
केंद्र ने बताया कि 12 मई, 2021 को DGCI ने भारत बॉयोटेक को 2 साल से लेकर 18 साल की उम्र समूह में स्वस्थ्य वालेंटियर्स पर कोवैक्सिन का क्लिनिकल ट्रायल करने की अनुमति दी थी.
बता दें सुप्रीम कोर्ट ने 2 जून को केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए वैक्सीन नीति की आलोचना की थी. कोर्ट ने कहा था कि उसे "प्राथमिक तौर पर सरकारी की टीकाकरण नीति मनमाफिक और अतार्किक" लगती है, जिसके तहत राज्यों को वैक्सीन लेने के लिए पैसे चुकाने को मजबूर किया जा रहा है.
इसी के जवाब में सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक नया एफिडेविट दाखिल किया था. एफिडेविट में सरकार ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 13 राज्यों और स्वास्थ्य मंत्रियों की अपील के बाद 7 जून को वैक्सीन नीति में संशोधन किया था, जिसका उद्देश्य "मानवता और भारत के सामने मौजूद इस अभूतपूर्व समय में, कम से कम वक्त में अधिकतम टीकाकरण है."
सरकार ने कोर्ट को यह भी बताया कि शुक्रवार तक पूरे देश में 31 करोड़ वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं और दिसंबर 2021 तक 135 करोड़ वैक्सीन के उपलब्ध होने का अनुमान है, ताकि एलिजिबल पॉपुलेशन का पूरा टीकाकरण किया जा सके.
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