जुनैद और नासिर केस में आरोपी श्रीकांत की मां ने शनिवार को आरोप लगाया था कि राजस्थान पुलिस उनके घर पहुंची और श्रीकांत की गर्भवती पत्नी से मारपीट की, जिससे बच्चे की मौत हो गई. अब इस मामले में राजस्थान पुलिस का जवाब आया है. भरतपुर के एसपी श्याम सिंह ने कहा कि राजस्थान पुलिस श्रीकांत के घर में नहीं घुसी थी, क्योंकि आरोपी घर पर नहीं था. आरोपी की मां के लगाए आरोप झूठे हैं. वहीं इस मामले में नूंह (हरियाणा का जिला) एसपी के आदेश पर श्रीकांत के बच्चे का पोस्टमार्टम कराने के लिए शव को कब्र से बाहर निकाला गया. पूरे केस को क्रमवार समझते हैं.
सबसे पहले आरोपी श्रीकांत की मां ने आरोप लगाया
जुनैद-नासिर केस में श्रीकांत आरोपी है. श्रीकांत की मां ने शनिवार यानी 18 फरवरी को आरोप लगाया कि राजस्थान पुलिस के कुछ लोग उसके घर आए थे. उन्होंने श्रीकांत की गर्भवती पत्नी से मारपीट की, जिसकी वजह से गर्भ में बच्चे की मौत हो गई.
घर में श्रीकांत की गर्भवती पत्नी कमलेश भी मौजूद थी. उसे धक्का देकर बेरहमी से पिटाई की. मारपीट के दौरान वह जमीन पर गिर गई और दर्द से तड़पने लगी. कमलेश की हालत खराब होते देख परिजनों ने उसे अल अफिया हॉस्पिटल मांडीखेड़ा में भर्ती किया, जहां उसकी गंभीर हालत देखते हुए मेडिकल कॉलेज नूंह में भर्ती किया गया.दुलारी, आरोपी श्रीकांत की मां
दुलारी के मुताबिक जब उनकी बहू कमलेश की हालत बिगड़ती रही तो 18 फरवरी की सुबह डॉक्टरों ने कमलेश का ऑपरेशन किया. इस दौरान उसके पेट से 9 माह का मृत बच्चा निकाला गया.
आरोप पर हरियाणा पुलिस ने क्या कहा?
श्रीकांत की मां के आरोप पर क्विंट हिंदी ने हरियाणा पुलिस से बात की. क्विंट हिंदी ने फिरोजपुर झिरका डीएसपी सतीश कुमार से पूछा कि क्या श्रीकांत के परिवार ने राजस्थान पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है तब उन्होंने कहा कि हां, परिवार ने आरोप लगाया है.
परिवार की शिकायत के बाद नूंह एसपी के आदेश पर श्रीकांत के बच्चे का शव को कब्र से निकाला गया. रविवार को मृतक नवजात के शव को दफना दिया गया था, लेकिन मामला तूल पकड़ने के बाद पुलिस की निगरानी में बच्चे के शव को बाहर निकलवाया गया
रविवार को बच्चे के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया. इस पूरी प्रक्रिया को डीएसपी फिरोजपुर झिरका, तहसीलदार फिरोजपुर झिरका और पीड़ित परिवार के परिजनों की देखरेख में पूरा किया गया. बोर्ड गठित कर कर सोमवार को बच्चे का पोस्टमार्टम किया जाएगा.
राजस्थान पुलिस ने आरोप पर क्या जवाब दिया?
भरतपुर एसपी श्याम सिंह ने आरोपी श्रीकांत की मां के आरोप को झूठ बताया, उन्होंने कहा,
राजस्थान पुलिस ने हरियाणा में नामजद आरोपियों के घरों पर छापा मारा था और हरियाणा पुलिस भी वहां मौजूद थी. जहां तक घर में प्रवेश करने की बात है तो न केवल राजस्थान बल्कि हरियाणा पुलिस भी घर में नहीं घुसी थी.
उन्होंने कहा, आरोपी घर में मौजूद नहीं था. उसके दो भाई घर से बाहर आए थे और उन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था. महिला के लगाए गए आरोप झूठे हैं. उनके परिवार के सदस्य पर आरोप है, इसलिए व आरोप लगा रहे हैं.
जुनैद-नासिर केस और दो राज्यों की पुलिस... क्या है पूरा मामला?
15 फरवरी को हरियाणा के भिवानी के लोहारू में एक जली हुई बोलेरो गाड़ी में दो युवकों के नर कंकाल मिले थे. पुलिस और परिजनों ने पहचान की कि गाड़ी भरतपुर के रहने वाले जुनैद और नासिर की है. हांलाकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि गाड़ी में मिले शव उन्हीं दोनों के थे.
जुनैद और नासिर के परिवार ने आरोप लगाया था कि बजरंग दल के सदस्यों ने पहले जुनैद और नासिर का अपहरण किया, जिसके बाद दोनों के साथ मारपीट की गई और फिर दोनों को भिवानी ले जाकर जिंदा जलाया गया.
इस संबंध में गोपालगढ़ थाना पुलिस ने बजरंग दल गौ रक्षा दल प्रमुख मोनू मानेसर सहित मेवात के रहने वाले तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था. इसी मामले पुलिस लगातार आरोपियों को ढूंढ रही है.
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