उत्तर प्रदेश (Uttar Prdaesh) के लखीमपुर (Lakhimpur Kheri) में बुधवार, 15 सितंबर को 2 लड़कियों की रेप और हत्या मामले में विपक्ष ने गुस्सा जाहिर किया है. दोनों लड़कियां सगी बहनें थीं और उनका शव लखीमपुर के निघासन इलाके में गन्ने के खेत में एक पेड़ से लटका मिला था.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना की निंदा की और यूपी सरकार पर निशाना भी साधते हुए कहा कि "बलात्कारियों को रिहा करवाने और उनका सम्मान करने वालों से महिला सुरक्षा की उम्मीद की भी नहीं जा सकती"
उन्होंने आगे कहा कि, "हमें अपनी बहनों-बच्चियों के लिए देश में एक सुरक्षित माहौल बनाना ही होगा"
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी सोशल मीडिया पर इस घटना की निंदा की और आरोप लगाया कि लड़कियों के पिता के अनुसार, उनकी सहमति के बिना दोनों लड़कियों का पोस्टमॉर्टम किया गया था. हालांकि पुलिस ने बाद में मीडिया के सामने कहा था कि परिवार की मौजूदगी में ही पोस्टमॉर्टम करवाया गया है.
अखिलेश ने कहा कि "लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है"
'दिल दहला देने वाला, जघन्य, सरकार कब उठेगी?': प्रियंका गांधी
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस घटना को "दिल दहला देने वाला" बताया और राज्य सरकार पर सोए रहने का आरोप लगाया. उन्होंने लिखा कि "परिवार का कहना है कि दिनदहाड़े लड़कियों का अपहरण किया गया. अखबारों और टीवी में रोज झूठे विज्ञापन देने से राज्य में कानून-व्यवस्था नहीं सुधरती. आखिर उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध क्यों बढ़ रहे हैं? सरकार कब जागेगी? यूपी?"
दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस (TMC) के राष्ट्रीय प्रवक्ता साकेत गोखले ने घटना पर नोएडा मीडिया की "चुप्पी" की निंदा की. उन्होंने ट्विटर पर कहा, "इस पर नोएडा मीडिया की चुप्पी न केवल बहरा करने वाली बल्कि आपराधिक है और ये हाथरस सामूहिक रेप और हत्या की दूसरी बरसी पर है."
TMC ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर यूपी में कानून-व्यवस्था की स्थिति को "जंगल राज" करार दिया. पार्टी ने कहा "चौंकाने वाला! यूपी में, दो बहनें एक पेड़ से लटकी मिलीं, सीएम योगी आदित्यनाथ की निगरानी में, यूपी एक अपराध राजधानी में बदल रहा है. प्रशासन और पुलिस की रक्षात्मक चुप्पी ने लोगों को सड़क पर आने के लिए मजबूर किया है. ये जंगल राज"
सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करेगी सरकार: उप मुख्यमंत्री केशवप्रसाद मौर्य
उधर, यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने आश्वासन दिया कि संदिग्धों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और विपक्ष पर मामले का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा,
"लखीमपुर खीरी में बेटियों के साथ रेप और हत्या के अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी. सरकार पीड़ित परिवार के साथ है. ऐसे मामलों में विपक्ष को राजनीति नहीं करनी चाहिए."
यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मौर्य के बयान का समर्थन करते हुए समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि "सरकार ऐसी कार्रवाई करेगी कि उनकी (आरोपी) आने वाली पीढ़ियों की आत्मा भी कांप जाएगी. न्याय दिया जाएगा. कार्यवाही फास्ट-ट्रैक कोर्ट के माध्यम से होगी."
छह आरोपित गिरफ्तार
लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि छह आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है और पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है. पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि अपराधियों ने मोटरसाइकिल पर उनका अपहरण कर लिया, उनके साथ रेप किया और उन्हें मार डाला, फिर उनके शवों को पेड़ से लटका दिया.
हत्या और रेप से संबंधित भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं और यौन अपराधों से बच्चों के कड़े संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत चार आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
पुलिस के मुताबिक, लड़कियों के घर के पास रहने वाले छोटू नाम के एक शख्स ने उन्हें अपने तीन परिचितों जुनैद, सुहैल और हाफिजुल से मिलवाया था. दोस्ती के बहाने बहनों को खेतों में ले गए जहां बहला-फुसलाकर सुहैल व जुनैद ने दुष्कर्म किया.
जब लड़कियों ने शादी करने की जिद की तो तीनों ने गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी. पुलिस ने कहा कि इसके बाद उन्होंने दो अन्य परिचितों करीमुद्दीन और आरिफ को बुलाया और सबूत मिटाने के लिए कहा कि लड़कियों ने खुद को फांसी लगा ली है.
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