ADVERTISEMENTREMOVE AD

लखीमपुर खीरी में हिंसा पर घिरी बीजेपी, विपक्षी पार्टियों ने बताया 'नरसंहार'

विपक्ष ने लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में रविवार को हुई हिंसा में किसानों की मौत के बाद विपक्ष पार्टियों की तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है. कांग्रेस (Congress), आरजेडी जैसी पार्टियां ने किसानों की मौत को नरसंहार बताया है. वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने किसानों पर गाड़ी चढ़ाने को अमानवीय घटना बताते हुए बीजेपी को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है. आइए जानते हैं कि इस पूरी घटना पर किसने क्या कहा...

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है, ''जो इस अमानवीय नरसंहार को देखकर भी चुप है, वो पहले ही मर चुका है। लेकिन हम इस बलिदान को बेकार नहीं होने देंगे- किसान सत्याग्रह जिंदाबाद!''

ADVERTISEMENTREMOVE AD

अखिलेश-मायावती ने बीजेपी को ठहराया जिम्मेदार

यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव ने घटना को अमानवीय बताया और बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने लिखा, 'कृषि कानूनों का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे किसानों को भाजपा सरकार के गृह राज्यमंत्री के पुत्र द्वारा, गाड़ी से रौंदना घोर अमानवीय और क्रूर कृत्य है. उत्तर प्रदेश दंभी भाजपाइयों का ज़ुल्म अब और नहीं सहेगा। यही हाल रहा तो उत्तर में भाजपाई न गाड़ी से चल पाएंगे, न उतर पाएंगे.'

पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने मामले की सुप्रीम की निगरानी में जांच की मांग की है. उन्होंने कहा, ''लखीमपुर खीरी में 3 कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों की केंद्रीय मंत्री के पुत्र द्वारा कथित तौर गाड़ी से रौंद कर की गई हत्या अति-दुःखद है. यह भाजपा सरकार की तानाशाही और क्रूरता को दर्शाता है. यह इनका असली चेहरा भी है. सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में मामले की जांच की जाए.''

तेजस्वी बोले- इस हैवानियत को माफ नहीं किया जा सकता

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने लिखा, ''हमारे देश में अन्नदाताओं को ऐसे नरसंहार, सत्ता संरक्षित वीभत्स अत्याचार से जूझना पड़ेगा, यह अब तक अकल्पनीय था, पर यह न्यू इंडिया है. दंगाई सत्ता में हैं और संवैधानिक संस्थाएं डरी सहमी हैं. लखीमपुर खीरी में हुई हैवानियत को माफ नहीं किया जा सकता, हरगिज नहीं!''

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×