उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur) जिले में पुलिस (Police) पर आरोप है कि उसने होटल में ठहरे एक कारोबारी के साथ मारपीट की, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. अब इस मामले को लेकर विपक्षी दल योगी सरकार पर जमकर हमलावर हैं.
तमाम राजनीतिक पार्टियां यूपी में पुलिस की गुंडागर्दी पर सवाल उठाने में जुट गईं हैं. आगामी विधानसभा चुनाव के लिहाज से भी विपक्ष इस मुद्दे के जरिये यूपी सरकार पर निशाना साधने में लगा है.
मायावती ने बताया शर्मनाक
बीएसपी प्रमुख मायावती ने यूपी पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि,
"यूपी सीएम के गृह जनपद गोरखपुर की पुलिस द्वारा होटल में रात्रि रेड करके तीन व्यापारियों के साथ बर्बर व्यवहार व उसमें से एक की मौत अति-दुःखद व शर्मनाक घटना, जो राज्य में भाजपा सरकार के कानून-व्यवस्था के दावों की पोल खोलता है. वास्तव में ऐसी घटनाओं से पूरा प्रदेश पीड़ित है. "
मायावती ने एक और ट्वीट में कहा कि,
राज्य सरकार से पीड़ित परिवार को हर स्तर पर समुचित न्याय देने के साथ-साथ ऐसी अन्य जघन्य घटनाओं को भी अति-गंभीरता से लेकर इनकी पुनरावृति को रोकना सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी उपाय करने की बीएसपी की मांग.
इस सरकार में जंगलराज- प्रियंका गांधी
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस घटना पर यूपी सरकार पर एक ट्वीट के जरिए जमकर हमला बोला और कहा कि,
खबरों के अनुसार गोरखपुर में एक कारोबारी को पुलिस ने इतना पीटा कि उनकी मृत्यु हो गई. इस घटना से पूरे प्रदेश के आमजनों में भय व्याप्त है. इस सरकार में जंगलराज का ये आलम है कि पुलिस अपराधियों पर नर्म रहती है और आमजनों से बर्बर व्यवहार करती है.
"बीजेपी सरकार ने एनकाउंटर संस्कृति को जन्म दिया"
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी यूपी की बीजेपी सरकार पर खूब हमला बोला और एनकाउंटर की हिंसक संस्कृति को जन्म देने का आरोप लगाया. उन्होने ट्वीट में कहा कि,
"गोरखपुर में पुलिस की बर्बरता ने एक युवा व्यापारी की जान ले ली. ये बहुत ही दुखद और निंदनीय है. उप्र की भाजपा सरकार ने एनकाउंटर की जिस हिंसक संस्कृति को जन्म दिया है, ये उसी का दुष्परिणाम है. संलिप्त लोगों पर हत्या का मुकदमा चले और उप्र को हिंसा में धकेलने वाले इस्तीफा दें."
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