आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav Jail) को चारा घोटाले से जुड़े डोरंडा ट्रेजरी केस में पांच साल की सजा हुई है, इसके साथ ही उनके ऊपर 60 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. इससे पहले लालू चारा घोटाले के इस पांचवें केस में 15 फरवरी को दोषी करार दिए गए थे. अब लालू यादव को सजा होने के बाद तमाम राजनैतिक लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
हमने मामला दर्ज नहीं किया है-नीतीश कुमार
लालू यादव के खिलाफ मामलों पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि उनके खिलाफ केस उन्हीं लोगों ने दर्ज करवाया था जो आज उनके साथ हैं. उन्होंने कहा कि
"हमने उनके खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया है. जो लोग उसके साथ हैं, उन्हीं ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है. वे लोग भी मेरे पास आए लेकिन मैंने कहा नहीं. मैंने कहा कि आप मामला दर्ज करना चाहते हैं, लेकिन यह मेरा काम नहीं है."
कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए-तारकिशोर प्रसाद
डोरंडा केश में लालू यादव को 5 साल की सजा होने पर उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि डोरंडा कोषागार सबसे बड़ा घोटाला के नाम से जाना जाता है. उन्होंने आरजेडी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि,
चारा घोटाला में जो लोग लालू प्रसाद यादव पर केस किए, ये भैया आज उन्हीं के साथ हैं, लालू प्रसाद यादव की पार्टी के तरफ से जो बीजेपी पर आरोप लगाया जा रहा है वह सरासर गलत है.तार किशोर प्रसाद, डिप्टी सीएम, बिहार
जैसी करनी, वैसी भरनी-रेणु देवी
लालू यादव की सजा पर बिहार के डिप्टी सीएम रेणु देवी ने कहा कि ये जैसी करनी, वैसी भरनी है.
"जो जैसा करेगा वैसा भरेगा, ये समाज की परंपरा है. अगर हम भी करेंगे तो वैसा ही भरेंगे."
सजा के बाद सीबीआई एडवोकेट बीएन सिंह ने कहा कि "इसमें संतुष्ट असंतुष्ट होने जैसा कुछ नहीं है. ये न्यायिक प्रक्रिया है और अंतिम अंजाम तक पहुंचा है इसीलिए संतुष्टि तो होती ही है."
जितने दिन जेल में रहे हैं, वो भी काउंट होगा- लालू के वकील
लालू यादव के वकील के मुताबिक इस आदेश में कोर्ट ने लिखा है कि इस सजा में, पिछले मामलों में भी जितने दिन जेल में रहे हैं, वो भी काउंट होगा. पिछले मामलों में लालू ढाई साल से ज्यादा जेल में रह चुके हैं. पिछले मामलों में जमानत मिली है, इसलिए उन्हें उम्मीद है कि इस मामले में भी जमानत मिलेगी.
ये कोई अंतिम फैसला नहीं है-तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने सजा के ऐलान के बाद कहा कि,
"ये कोई अंतिम फैसला नहीं है, हम इस फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती देंगे. CBI कोर्ट का फैसला हाईकोर्ट में बदल जाएगा. एक मामले में एक ही आरोप ‘षड्यंत्र’ को इन्होंने 6 अलग-अलग केसेज में तोड़ दिया."
उन्होंने आगे कहा कि "सृजन घोटाले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थे, उनपर क्यों नहीं कोई कार्रवाई हुई. चारा घोटाले में तो जांच का आदेश भी लालू जी ने दिया था. जिसने जांच का आदेश दिया, उसे ही जेल भेज दिया!"
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