मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर (Chhatarpur) जिले में सफाई कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि सफाई विभाग के अधिकारी ने उन्हें कुर्सी पर बैठने से मना किया और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग भी किया. इस बात से गुस्साए सफाई कर्मियों ने हल्ला बोल दिया और अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
दरअसल मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में सफाई कर्मचारियों का आरोप है कि चंदला नगर परिषद में पदस्थ सफाई विभाग के अधिकारी सुरेश तिवारी ने उन्हें न सिर्फ जाति सूचक शब्द कहे बल्कि उन्हें कुर्सी से भी उतार दिया.
जानकारी के अनुसार जिले के चंदला नगर परिषद में सफाई कर्मचारी यूनियन ट्रेड की एक बेठक होने वाली थी जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष आदित्य बाल्मिक करने वाले थे. यह बैठक चंदला नगर परिषद के मीटिंग हॉल में शुरू हुई. आरोप के मुताबिक, वहीं सफाई विभाग के सुरेश तिवारी ने कुर्सी पर बैठे सफाई कर्मचारियों को उतरने के लिए कह दिया और जाति सूचक शब्दों का भी प्रयोग किया.
आदित्य बाल्मिक ने बताया कि किस तरह के जातिसूचक शब्द का प्रयोग किया गया है साथ ही आरोप लगाया कि "अधिकारी ने ऐसा कहा कि, उनकी इतनी औकात नहीं है कि वह कुर्सियों पर बैठें."
विवाद के बाद सफाई कर्मचारी भड़क गए और उन्होंने चक्का जाम कर दिया. मामले के तूल पकड़ते ही नगर परिषद के सीएमओ मिथिलेश दुबे ने सफाई कर्मचारियों से बात की और सुरेश तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और जांच के आदेश दे दिए.
सफाई कर्मचारियों और सुरेश तिवारी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ है. फिलहाल सुरेश तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और मामले की जांच की जा रही है.मिथिलेश दुबे, सीएमओ
उन्होंने यह भी कहा कि, कथित रूप से सफाई कर्मचारियों को अध्यक्ष की कुर्सी से उतरने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने गलत समझ लिया.
इस दौरान सफाई कर्मचारियों का गुस्सा बरकरार है और वह सफाई अधिकारी सुरेश तिवारी पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की मांग कर रहे हैं. सफाई कर्मचारियों ने कार्यवाही को लेकर पुलिस विभाग को भी एक आवेदन दिया है.
(इनपुट-जय प्रकाश)
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