कांग्रेस (Congress) ने मंगलवार, 20 सितंबर को पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) पर निशाना साधते हुए उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर उनकी हालिया टिप्पणी के लिए "ट्रोजन हॉर्स" कहा.
प्रधानमंत्री की सबसे कट्टर आलोचकों में से एक ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसियों के "दुरुपयोग" के आरोपों को लेकर कहा कि इसके पीछे पीएम मोदी का हाथ नहीं है.
उन्होंने कहा कि, 'मैं नहीं मानती कि इसके पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, लेकिन बीजेपी के कुछ नेता अपने हितों के लिए सीबीआई और ईडी का दुरुपयोग कर रहे हैं.
बनर्जी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार को केंद्रीय एजेंसियों द्वारा परेशान किया गया.
एनडीटीवी के अनुसार अधीर रंजन चौधरी ने कहावत का इस्तेमाल करते हुए कहा कि, ममता बनर्जी यह दिखाना चाह रही है कि उनकी असहमतियां समाप्त हो जाए. कारण स्पष्ट है जब पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ सरकार जांच एजेंसियों का सामना कर रही है, जो अदालत के इशारे पर काम कर रही हैं, तो टीएमसी खुद ही चकरा गई.
उन्होंने यह भी कहा कि बनर्जी की छवि "ईमानदार के रूप में हैं जो अब "बिखर गई" है. उन्होंने कहा कि अब ममता बनर्जी डर से कांप रही हैं क्योंकि उन्हें पता है कि जूता कहां से चुभ रहा है.
उन्होंने यह भी कहा कि बनर्जी की "बीजेपी और आरएसएस की सराहना" करने में कुछ भी नया नहीं है क्योंकि वह एक समय में एनडीए का हिस्सा रह चुकी हैं.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (CPI-M) ने अपनी आलोचना में कहा कि ममता बनर्जी की TMC 1998 में (RSS) की एक शाखा के रूप में पैदा हुई थी.
सीपीआईएम के नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा, "जो लोग पीएम मोदी या अन्य के साथ तृणमूल कांग्रेस या ममता बनर्जी की आंतरिक घटनाओं और केमिस्ट्री को नहीं जानते हैं, वे परेशान हो सकते हैं. लेकिन हम, जिनके पास जानकारी है, परेशान नहीं हैं."
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)