मणिपुर (Manipur Landslide) के नोनी जिले में एक रेलवे निर्माण स्थल पर बड़े पैमाने पर भूस्खलन (Landslide) में मरने वालों की संख्या बढ़कर 39 हो गई है, रविवार को रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) के चौथे दिन मलबे से पांच और शव बरामद किए गए हैं.
क्या लंबे समय तक चलेगा रेस्क्यू ऑपरेशन?
नोनी जिला मुख्यालय से स्थिति की निगरानी कर रहे एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि, "हमने आज शाम 4.30 बजे तक 5 और शव बरामद किए हैं. खोज जारी है."
फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन को चार दिन हो गए हैं. जिस क्षेत्र में भूस्खलन हुआ है वह लगभग 1 किमी तक फैला हुआ है, इसलिए रेस्क्यू ऑपरेशन में कुछ और दिन लग सकते हैं. इस बीच, मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इंफाल के पास महानिरीक्षक असम राइफल्स मुख्यालय में सेना के अस्पताल का दौरा किया और घायल जवानों को 50,000 रुपये देने की और उनके जल्द से स्वस्थ होने की कामना की है. इससे पहले उन्होंने मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख और घायलों को ₹50,000 की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी.
रेलवे निर्माण कार्य की सुरक्षा के लिए क्षेत्र में तैनात भारतीय सेना के 107 प्रादेशिक सेना (TA) शिविरों को भी भूस्खलन ने नुकसान पहुंचाया है.
शनिवार की सुबह, मारांगचिंग इलाके में एक ताजा भूस्खलन की सूचना मिली, जहां तीसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा, हालांकि घटना के दौरान किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है.
बता दें कि शनिवार तक 34 शव निकाले गए थे जबकि 18 घायलों को बचा लिया गया और उन्हें इलाज के लिए अस्पतालों में रेफर कर दिया गया है. अब तक बरामद किए गए कुल शवों में से 24 सेना के जवानों के हैं, जबकि 7 सैनिक सहित 28 अन्य अभी भी लापता हैं.
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना के जवानों, राज्य और अन्य एजेंसियों के लगभग 500 कर्मियों द्वारा जारी रेस्क्यू ऑपरेशन रविवार सुबह कुछ समय के लिए बारिश से बाधित होने के बावजूद सुबह नौ बजे से फिर से शुरू हुआ है.
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