दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने सीबीआई की रेड के बाद शनिवार, 20 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच लड़ा जाएगा. पूरे देश में केजरीवाल के पक्ष में माहौल है और अगला चुनाव केजरीवाल बनाम मोदी होगा.
वहीं दिल्ली की एक्साइज पॉलिसी पर उन्होंने कहा कि कोई घोटाला नहीं हुआ है. दिल्ली की एक्साइज पॉलिसी बेस्ट है. ध्यान भटकाने के लिए यह सब साजिश की जा रही है.
"जनता सरकार चुनती है, मोदी जी उसे गिराने में लगे रहते हैं"
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश के लोग इनसे (केंद्र सरकार से) दुखी हैं. जनता सरकार चुनती है और मोदी जी 24 घंटे उसे गिराने में लगे रहते हैं. जनता ने आपको देश का प्रधानमंत्री बनाया है, आप देश के लिए सोचिए. मोदी जी बस सरकारें गिराने का सपना देखते हैं. उनको कोई और सपना ही नहीं आता. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि,
"इनको परेशानी अरविंद केजरीवाल से है. पंजाब चुनाव के बाद उनको राष्ट्रीय विकल्प के तौर पर देखा जाने लगा है. ये लोग अरविंद केजरीवाल को रोकने की साजिश रच रहे हैं."
सिसोदिया ने पीएम मोदी पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा- अरविंद केजरीवाल और नरेंद्र मोदी में यही फर्क है कि केजरीवाल अच्छे काम की प्रशंसा करते हैं, उससे सीखते हैं और मोदी जी अच्छे काम को रोकना चाहते हैं.
अनुराग ठाकुर ने साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि शराब घोटाले के नंबर 1 आरोपी मनीष सिसोदिया हैं, लेकिन सरगना अरविंद केजरीवाल हैं. आज की प्रेस कांफ्रेंस में साफ दिख रहा था कि घोटाले के बाद उनके चेहरे का रंग कैसे चला गया है. वह किसी सवाल का जवाब भी नहीं दे पाए.
हिमंत बिस्वा सरमा का पलटवार
वहीं इस मुद्दे पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल का नाम ज्यादातर राज्यों के लोगों ने नहीं सुना है. अगर चुनाव में कोई ऐसा व्यक्ति आता है जिसका नाम देश के ज्यादातर लोगों ने नहीं सुना तो उससे फायदा बीजेपी को ही है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली का मोहल्ला क्लिनिक देश के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का मॉडल नहीं हो सकता. अगर लोगों को स्वास्थ्य मॉडल देखना है तो वह असम में आएं और स्वास्थ्य सुविधाएं देखें.
विपक्षी एकता का क्या होगा?
एक तरफ मनीष सिसोदिया 2024 लोकसभा चुनाव को मोदी बनाम केजरीवाल करार दे रहे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी अभी से ही सत्ता में वापसी का दंभ भर रही है. कांग्रेस और टीएमसी भी बीजेपी को टक्कर देने की बात कहती आ रही है. लेकिन हाल में हुए राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी एकता की पोल खुलती दिखी. ऐसे में सवाल कि आखिर 2024 के चुनाव में विपक्ष का चेहरा कौन होगा?
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