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झारखंड: नक्सली हमले में मां-बेटी की मौत, शव के पास बैठकर रो रहा था मासूम, 24 घंटे बाद पहुंची पुलिस

मां के शव के पास बैठकर एक 5 साल का मासूम 24 घंटे से रो रहा था.

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झारखंड (Jharkhand) के गुमला जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत जनावल गांव में प्रतिबंधित संगठन JJMP (झारखंड मुक्ति जन परिषद) के नक्सलियों ने एक महिला और उसकी 3 साल की मासूम बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना सोमवार देर रात की बताई जा रही है. पुलिस ने मंगलवार को दोनों का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.

बताया जा रहा है कि नक्सलियों का निशाना संगठन का पूर्व सदस्य अमरजीत नाम का लकड़ा था. सोमवार की रात अमरजीत अपनी पत्नी नेहा नीति कुजूर, 5 साल का पुत्र अनुज और तीन साल की बेटी अनन्या कुजूर के साथ मोटरसाइकिल से घर लौट रहा था. इसी दौरान पहले से जनावल कंचन मोड़ के समीप घात लगाए बैठे नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी.

अमरजीत की पत्नी नेहा नीति कुजूर और 3 साल की मासूम बेटी अनन्या कुजूर की मौके पर ही मौत हो गई. इस हमले में अमरजीत को भी गोलियां लगी हैं, लेकिन वह किसी तरह भागने में सफल रहा. हालांकि, मंगलवार को पुलिस ने घायल अमरजीत को गांव से ही गिरफ्तार कर लिया है. उसके खिलाफ भी पुलिस में कई मामले दर्ज हैं.
बताया जा रहा है कि पिछले साल अक्टूबर महीने में उसने घाघरा थाना क्षेत्र में अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर JJP के सुप्रीम कमांडर सुकरा उरांव की हत्या कर दी थी और संगठन में जमा रुपए और कई हथियार लेकर फरार हो गया था. इसके बाद से ही संगठन के लोग उसकी तलाश में जुटे थे.
अमरजीत की पत्नी और बच्ची की हत्या की वारदात की जानकारी पुलिस को तब हुई, जब मंगलवार को ग्रामीणों ने उनके शव के पास 5 साल के बच्चे को रोते हुए देखा. सूचना पाकर चैनपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सीरिल मरांडी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

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