हरियाणा के नूंह (Nuh) में सोमवार, 28 अगस्त को कड़ी सुरक्षा के बीच विश्व हिंदू परिषद की शोभा यात्रा पूरी हुई. यह शोभायात्रा नूंह के नल्हड़ मंदिर से शुरू हुई. फिर यह फिरोजपुर झिरका के शिवमंदिर पहुंची. आखिर में यह यात्रा सिंगार गांव में स्थित राधाकृष्ण मंदिर पहुंचकर समाप्त हुई. मिली जानकारी के अनुसार इस यात्रा में 50-60 लोग शामिल हुए.
इस दौरान पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट रही. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने नूंह (Nuh Violence) में धारा 144 लागू की थी. स्कूल-कॉलेज आज बंद रहें. इसके साथ ही इंटरनेट पर भी पाबंदी लगी रही.
नूंह में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
नूंह में पुलिस पूरी तरह से अलर्ट पर थी. चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात किया गया था. प्रशासन ने जिले में धारा 144 लगा रखी है. इसके साथ ही आने-जाने वालों की चेकिंग भी की गयी. जानकारी के मुताबिक, केवल नूंह के स्थानीय लोगों को ही जिले में प्रवेश की अनुमति दी जा रही थी. पुलिस ने लोगों का आईडी कार्ड भी चेक किया.
हरियाणा सरकार ने अंतर-राज्य और अंतर-जिला सीमाओं पर 1,900 हरियाणा पुलिस कर्मियों और अर्धसैनिक बलों की 24 कंपनियों को तैनात करके जिले में सुरक्षा कड़ी कर दी थी.
"ममता सिंह ने कहा की यात्रा की परमिशन नहीं है. यह हम पहले से स्पष्ट कर चुके हैं. रही जलाभिषेक की बात तो मैं आपके संज्ञान में ला दूं की हर सोमवार को जलाभिषेक मंदिरों में किया जाता है. पिछले सोमवार को भी किया था. भंडारा जलाभिषेक हर सोमवार को तीनों मंदिरों में चल रहा है. आज सुबह 4:30 बजे से जलाभिषेक का कार्यक्रम चल रहा है. स्थानीय लोगों की भावनाओं को नेताओं से सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है."ममता सिंह, एडीजी (कानून एवं व्यवस्था)
उन्होंने आगे कहा कि चेकिंग चल रही है ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना ना घटे. हम चाहते हैं कि 31 जुलाई को जैसा हुआ था, वह दुबारा न हो. ममता सिंह ने बताया कि जलाभिषेक यात्रा में स्थानीय लोग आ रहे हैं. पिछले सोमवार को करीब 500 लोगों ने जलाभिषेक किया था. वहीं आज सुबह भी 200 - 250 लोग जलाभिषेक करके जा चुके हैं.
ममता सिंह ने कहा कि मेरे संज्ञान में जलाभिषेक के लिए विश्व हिंदू परिषद के आलोक कुमार और उनके साथ कुछ साधु संत आए हैं. उनको पुलिस के द्वारा ले जाया गया है. जलाभिषेक के बाद उनको उनके स्थान पर घर भेजा जाएगा. पटौदी से अगर कोई धर्मगुरु आए हैं तो वह जलाभिषेक चढ़ाकर वापस जा सकते हैं.
संत जगतगुरु परमहंस आचार्य महाराज को रोका गया
अयोध्या से आए संत जगतगुरु परमहंस आचार्य महाराज को प्रशासन ने सोहना टोल प्लाजा पर रोक दिया. उन्होंने कहा कि मैं अयोध्या से यहां आया हूं. प्रशासन ने हमें यहां रोक दिया है, वे हमें ना तो आगे बढ़ने दे रहे हैं और ना ही हमें वापस जाने दे रहे हैं इसलिए मैं आमरण अनशन कर रहा हूं. अगर वे (प्रशासन) मुझे कहीं और शिफ्ट कर देंगे तो मैं वहां भी आमरण अनशन करूंगा.
CM बोले इजाजत नहीं, VHP ने कहा- हम यात्रा निकालेंगे
मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने शोभायात्रा निकालने की अनुमति न देते हुए कहा कि 28 अगस्त को नूंह में दोबारा ब्रजमंडल यात्रा निकालने की परमिशन नहीं दी गई है. नूंह में एक महीना पहले ही हिंसक घटना हुई है, उसको लेकर सावधानी रखने की जरूरत है. सावन का महीना है, सभी लोगों की श्रद्धा है इसलिए मंदिरों में जलाभिषेक करने की अनुमति रहेगी. सभी लोग अपने-अपने स्थानीय मंदिरों में जलाभिषेक कर सकेंगे.
वहीं हरियाणा के नूंह में विश्व हिंदू परिषद (VHP) अनुमति नहीं मिलने के बाद भी शोभायात्रा निकालने पर अड़ा है.
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि यात्रा की परमिशन लेने का सवाल ही नहीं उठता. 28 को सावन का आखिरी सोमवार है और हर श्रद्धालु का अधिकार है कि वह अपने इष्ट का जलाभिषेक करे. 28 अगस्त को सुबह 11 बजे यात्रा की शुरुआत करेंगे.
उन्होंंने कहा कि यह एक धर्मपरायण देश है, यहां किसी भी यात्रा के लिए परमिशन नहीं ली जाती. बंसल ने सवाल किया कि क्या कभी कुंभ के लिए परमिशन ली जाती है?
हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र में गूंजा नूंह हिंसा मामला
हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र में भी नूंह हिंसा का मुद्दा उठा. कांग्रेस द्वारा सदन में नूंह हिंसा का मुद्दा उठाए जाने पर सत्तापक्ष और प्रतिपक्ष में जोरदार बहस हुई. हालांकि स्पीकर ने कहा कि नूंह हिंसा पर कोई चर्चा नहीं होगी. ये मामला कोर्ट में चल रहा है.
मामले पर गृहमंत्री अनिल विज का बड़ा बयान आया है. उन्होंने कहा कि अभीन तक जितने लोग गिरफ्तार हुए हैं उनकी जांच के आधार पर यह सामने आया है कि इस हिंसा की जिम्मेदार कांग्रेस है.
अनिल विज ने कहा, "यह सब कांग्रेस का करा-धारा है. फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान के खिलाफ सबूत मिले हैं. उनकी गतिविधियों को लेकर उन्हें नोटिस जारी किया गया है और जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है."
31 जुलाई को हुई थी हिंसा
बता दें कि पिछली बार जब 31 जुलाई को शोभायात्रा के दौरान नूंह में हिंसा भड़क गई थी. हिंसा की आग गुरुग्राम तक पहुंच गई थी. हिंसा में 2 होमगार्ड के जवान और 4 आम नागरिक की मौत हो गई थी. इसके बाद 13 अगस्त को सर्व जातीय हिंदू महापंचायत ने 28 अगस्त को यात्रा सावन महीने का आखिरी सोमवार पर शोभा यात्रा निकालने का फैसला किया था.
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