उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की गाजियाबाद (Ghaziabad) पुलिस ने ऑनलाइन धर्मांतरण मामले में जेल में बंद मस्जिद के पूर्व मौलवी अब्दुल रहमान पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगा दी है. पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा और DM राकेश कुमार सिंह ने NSA की फाइल पर बुधवार को हस्ताक्षर कर दिए हैं. NSA की एक कॉपी आरोपी को दे दी गई है, वहीं दूसरी कॉपी NSA बोर्ड को लखनऊ (Lucknow) भेजी जाएगी.
क्या है ऑनलाइन धर्मांतरण मामला?
30 मई को राजनगर के एक बिजनेसमैन ने गाजियाबाद के कविनगर थाने में धर्मांतरण की FIR दर्ज करवाई थी. इसमें महाराष्ट्र के ठाणे निवासी खान शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो और संजय नगर मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान को नामजद किया गया था. बिजनेसमैन ने बताया था कि उनका 17 वर्षीय बेटा दिन में पांच बार जिम जाने की बात कहकर घर से निकलता था और मस्जिद जाकर नमाज पढ़ता था. उसने धर्मांतरण की बात भी कबूल की थी.
बिजनेसमैन ने पुलिस को ये भी बताया कि हमारे बेटे का ऑनलाइन गेम खेलते वक्त मुंबई निवासी बद्दो से संपर्क हुआ था. इसके बाद ही वो धर्मांतरण की तरफ चलता गया.
पुलिस ने इस मामले में 4 जून को मौलवी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया था. पता चला कि इस नाबालिग लड़के सहित ऐसे कुल चार हिन्दू-जैन लड़के हैं, जो धर्मांतरण की राह पर हैं. इसके बाद इस केस में 11 जून को मुख्य आरोपी बद्दो की गिरफ्तारी महाराष्ट्र से हुई.
थाना कविनगर पर बीते दिनों धर्मांतरण से संबंधित एक मुकदमा पंजीकृत किया गया था. जिसमें अब्दुल रहमान को जेल भेजा गया था. आज अब्दुल रहमान के विरुद्ध NSA के तहत कार्रवाई की गई है. NSA में अब्दुल रहमान को तामील कर दिया गया है.ACP अभिषेक श्रीवास्तव
मौलवी पर ब्रेनवॉश करने का आरोप
अब्दुल रहमान पर आरोप है कि उसने हिन्दू से मुस्लिम बने जैन फैमिली के एक नाबालिग लड़के को नमाज पढ़वाने में मदद की और उसका ब्रेनवॉश किया. वहीं बद्दो पर आरोप है कि उसने उक्त नाबालिग लड़के को ऑनलाइन गेम खेलते हुए ब्रेनवॉश किया और फिर अब्दुल रहमान की मदद से उसका धर्मांतरण करा दिया.
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