प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए बुधवार, 6 सितंबर की रात इंडोनेशिया (Indonesia) की राजधानी के लिए रवाना हो चुके हैं.
इंडोनेशिया आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संघ) के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है.
इंडोनेशिया के लिए रवाना होने से पहले एक बयान में पीएम मोदी ने कहा कि, “मैं आसियान से संबंधित बैठकों में भाग लेने के लिए जोको विडोडो के निमंत्रण पर जकार्ता, इंडोनेशिया की यात्रा कर रहा हूं. मेरा पहला कार्यक्रम 20वां आसियान-भारत शिखर सम्मेलन होगा. मैं आसियान नेताओं के साथ हमारी साझेदारी की भविष्य की रूपरेखा पर चर्चा करने के लिए उत्सुक हूं, जो अब अपने चौथे दशक में प्रवेश कर चुकी है."
प्रधानमंत्री ने कहा कि आसियान के साथ जुड़ाव भारत की "एक्ट ईस्ट" नीति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है. उन्होंने कहा, "पिछले साल हुई व्यापक रणनीतिक साझेदारी ने हमारे संबंधों में नई गतिशीलता ला दी है."
उन्होंने कहा कि इसके बाद वह 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे.
पीएम मोदी ने ये भी कहा कि, “यह मंच खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन सहित क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करने का एक उपयोगी अवसर प्रदान करता है. मैं इन वैश्विक चुनौतियों से सामूहिक रूप से निपटने के लिए व्यावहारिक सहयोग उपायों पर अन्य ईएएस नेताओं के साथ विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए उत्सुक हूं.”
प्रधानमंत्री ने पिछले साल बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए इंडोनेशिया की अपनी यात्रा को भी याद किया और कहा, "मुझे विश्वास है कि यह यात्रा आसियान क्षेत्र के साथ हमारे जुड़ाव को और गहरा करेगी."
आसियान को क्षेत्र में सबसे प्रभावशाली समूहों में से एक माना जाता है और भारत और अमेरिका, चीन, जापान और ऑस्ट्रेलिया सहित कई अन्य देश इसके डायलॉग पार्टर्नर्स हैं.
आसियान के साथ भारत के व्यापार और सुरक्षा संबंधों को मजबूत करने पर इस गुट के नेताओं के साथ पीएम मोदी की बातचीत का फोकस रहने की संभावना है.
पीएम मोदी का कैसा रहेगा शेड्यूल?
पीएम मोदी की इंडोनेशिया यात्रा इस साल भारत की अध्यक्षता में 9-10 सितंबर को नई दिल्ली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन से पहले हो रही है. इंडोनेशिया जी20 'ट्रोइका' का हिस्सा है, क्योंकि पिछले साल इस समूह की अध्यक्षता उसके पास थी.
प्रधानमंत्री लगभग सात घंटे बाद 7 सितंबर को सुबह 3 बजे जकार्ता पहुंचेंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री सुबह 7 बजे आसियान भारत शिखर सम्मेलन स्थल के लिए रवाना होंगे और शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे.
सुबह 8:45 बजे वह ईस्ट एशिया समिट में हिस्सा लेंगे. बैठक के तुरंत बाद प्रधानमंत्री सुबह 11:45 बजे हवाईअड्डे से दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे और शाम लगभग 6:45 बजे दिल्ली में उतरेंगे.
8 सितंबर को नई दिल्ली पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक करेंगे.
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