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शाह फेक वीडियो केसः अरुण रेड्डी 3 दिन की पुलिस रिमांड में, जानिए क्या है पूरा मामला?

Amit Shah Case: अमित शाह ने अपने वीडियो में क्या कहा और कांग्रेस पर क्या है आरोप?

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Telangana: तेलंगाना में एक सभा के दौरान अमित शाह के आरक्षण संबंधी बयान वाले वीडियो से छेड़छाड़ करने के आरोप में अरुण रेड्डी को कोर्ट ने 3 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है. अरुण रेड्डी AICC के नेशनल सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर हैं. बता दें, इससे पहले इस मामले में रेवंत रेड्डी समेत कुछ कांग्रेस नेताओं को नोटिस दिया गया था.

इस मामले में इससे पहले भी 5 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. इण्डियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो को अरुण रेड्डी के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से क्रॉप्ड और कट किया गया है. '' उनकी डिवाइस को आगे की इन्वेस्टीगेशन के लिये फोरेंसिक लैब में भेज दिया जाएगा.''

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क्या है फेक वीडियो केस

यह मामला 27 अप्रैल का है जब दिल्ली पुलिस को एक शिकायत मिली. इसमें बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि तेलंगाना कांग्रेस ने अमित शाह का एक डीप फेक वीडियो अपने X पर शेयर किया है. ये वीडियो अमित शाह के सिद्दीपेट में दिये भाषण से जुड़ा था. इसके बाद मुंबई पुलिस ने भी एक FIR इस मामले में दर्ज की थी.

दरअसल, वीडियो में अमित शाह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि अगर उनकी सरकार आती है तो वो आरक्षण को खत्म कर देंगे. अमित शाह ने आरक्षण से जुड़ी एक दूसरी बात अपने भाषण में जरूर कही थी. अमित शाह ने कहा था, ''तुष्टिकरण में डूबी TRS और कांग्रेस द्वारा दिए गए मुस्लिम आरक्षण को हम खत्म कर SC-ST और OBC को आरक्षण देंगे''

केस में अब तक क्या अपडेट है?

ये केस शुरू हुआ था 27 मई की एक शिकायत से जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री समेत कई अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ नोटिस जारी किया था. इसके अलावा झारखंड और छत्तीसगढ़ की भी कांग्रेस को ये वीडियो शेयर करने के लिए नोटिस दिया था. इसके बाद 5 कांग्रेस वर्कर्स की गिरफ्तारी भी हुई.

अब इस केस में एक और अपडेट है कि 'स्पिरिट ऑफ कांग्रेस' का हैंडल चलाने वाले अरुण रेड्डी को पुलिस ने कल यानी शुक्रवार 3 मई को हिरासत में ले लिया था. 4 मई को कोर्ट ने उन्हें 3 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने झारखंड के कांग्रेस प्रेसिडेंट राजेश ठाकुर को भी CrPC के सेक्शन 91 के तहत नोटिस दिया है. यह सेक्शन पुलिस को अनुमति देता है कि साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत करने के लिए विशिष्ट दस्तावेज या गैजेट की तलाश कर सकें.

कांग्रेस और बीजेपी के आरोप-प्रत्यारोप  

बीजेपी नेताओं ने 27 अप्रैल को इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी. उसके बाद 5 सोशल मीडिया कर्मियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. इस पर कांग्रेस नेता और तेलंगाना के CM रेवंत रेड्डी ने कहा है कि हम डरने वालों में नहीं हैं.

मोदी जी और अमित शाह जी अब तक चुनाव जीतने के लिए ईडी, आईटी और सीबीआई का इस्तेमाल कर रहे थे. तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री को नोटिस भिजवाने का मतलब है कि ईडी, आईटी और सीबीआई का उपयोग करने के बाद मोदी जी चुनाव जीतने के लिए दिल्ली पुलिस का उपयोग कर रहे हैं.''

कांग्रेस के MP मणिकम टैगोर ने कहा है कि ये गिरफ्तारी केंद्र सरकार द्वारा शक्ति का दुरुपयोग है.

वहीं दूसरी तरफ अमित शाह ने अपने एक बयान में कहा है कि, ''कांग्रेस की हताशा चरम पर पहुंच गई है इस वजह से वो मेरे और अन्य बीजेपी नेताओं के फेक वीडियो फैला रहे हैं.''

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