बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बेंगलुरु में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया है कि उनकी पार्टी कर्नाटक चुनाव में 224 में से 130 सीटें जीतेगी. इसके साथ ही उन्होंने ये भी दावा किया कि वो कर्नाटक में किसी पार्टी का साथ न लेंगे और न किसी पार्टी का साथ देंगे.
12 मई को कर्नाटक में चुनाव है. गुरुवार को चुनावी प्रचार का आखिरी दिन है.
चुनाव हारना मंजूर, लेकिन PFI-SDPI का साथ नहीं
अमित शाह ने कहा कि उन्हें चुनाव हारना मंजूर है, लेकिन PFI-SDPI का समर्थन लेना नहीं. उन्होंने कहा, “हम चुनाव हार जाएंगे, लेकिन PFI-SDPI का साथ नहीं लेंगे. कांग्रेस ने चुनाव जीतने के लिए PFI-SDPI का समर्थन लिया है. बीजेपी और कांग्रेस में यही अंतर है.”
अमित शाह ने कहा, ''कर्नाटक में कांग्रेस अलोकतांत्रिक तरीकों से चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है. राजराजेश्वर नगर में मतदाताओं के पहचान पत्रों की रिकवरी होना इस बात का सबूत है कि कांग्रेस हताश हो चुकी है. मैं उन लोगों को सतर्क करना चाहता हूं, जिनकी नकली आईडी बनाई गई है. ऐसे लोग सावधान हो जाएं और कांग्रेस के जाल में न फंसे.''
अमित शाह ने कहा, ''कर्नाटक में कानून-व्यवस्था का स्तर काफी गिर चुका है. राज्य में बीजेपी और आरएसएस के 24 से ज्यादा कर्मचारी वीभत्स तरीके से मारे गए थे और कांग्रेस इसे राजनीति का हिस्सा मानती है. अपराधियों को पकड़ने के लिए कोई कोशिश नहीं की गई.''
अमित शाह की प्रेस कॉन्फ्रेंस की खास बातें:
- टीपू की जयंती मनाने वालों की हार होगी
- चुनाव हारना मंजूर, लेकिन PFI-SDPI का साथ नहीं
- चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस ने PFI का समर्थन लिया
- सब लोग बस राहुल गांधी की बातों का आनंद लें
- अगर हम जीतेंगे, तो येदियुरप्पा पूरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री बनेंगे
- बीजेपी सरकार बनने पर 1 लाख रुपये तक के सभी लोन माफ होंगे
- हमारा काम धर्म के आधार पर लोगों को बांटने का नहीं
- कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकती है
- चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस देशद्रोहियों तक का साथ लेती है
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