महाराष्ट्र की अंधेरी ईस्ट (Andheri East) विधानसभा सीट से उद्धव ठाकरे गुट की उम्मीदवार ऋतुजा लटके ने 76.85 प्रतिशत (66530) वोटों के साथ जीत हासिल कर ली है. वहीं दूसरे नंबर पर NOTA है, जिसको 14.79 प्रतिशत (12806) वोट मिले हैं. हालांकि उनकी जीत पहले से ही तय मानी जा रही थी क्योंकि इस सीट पर ऋतुजा लटके के अलावा कोई बड़ा उम्मीदवार नहीं था. इस सीट पर कुल 86570 वोट पड़े थे. शिंदे गुट के समर्थन वाली बीजेपी ने अपने कैंडीडेट का नाम वापस ले लिया था. आइए जानते हैं कि इस सीट पर उद्धव ठाकरे गुट की जीत किस तरह से अहम है और इसके क्या मायने हैं.
Andheri East ByPoll Result:उद्धव गुट की कैंडीडेट लटके की जीत, दूसरे नंबर पर NOTA
1. शिवसेना के बंटने के बाद पहला चुनाव
गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे के बगावत करने और शिवसेना के दो धड़ों में बंट जाने और महा विकास अघाड़ी सरकार गिरने के बाद यह पहला चुनाव था. इसलिए उद्धव गुट के लिए ये चुनाव कई मायनों में अलग था. मैदान में कुल सात उम्मीदवार थे, जिसमें से ऋतुजा लटके को छोड़कर सभी निर्दलीय थे. एनसीपी और कांग्रेस ने ऋतुजा लटके को समर्थन दिया था.
Expand2. उद्धव गुट की जीत का क्या मतलब?
एकनाथ शिंदे के बगावत करने और शिवसेना के दो टुकड़े हो जाने के बाद उद्धव ठाकरे के लिए यह जीत काफी मायने रखती है, क्योंकि इससे आने वाले दिनों में उद्धव ठाकरे गुट की आगे की दशा और दिशा तय होगी. इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी और शिंदे गुट को भी इससे एक मैसेज मिलेगा.
कुछ महीनों बाद बीएमसी का चुनाव भी होने वाला है, इस पर भी इस जीत का असर हो सकता है.
बीजेपी ने इस सीट पर अपने कैंडीडेट का ऐलान करने के बाद नाम वापस ले लिया था. बीजेपी ने शुरुआत में इस सीट से मुरजी पटेल को उम्मीदवार बनाया था. शायद बीजेपी को इस बात का अंदाजा लग गया था कि इस सीट से पार्टी को जीत मिलना मुश्किल है.
Expand3. NOTA को इतना ज्यादा वोट मिलने का क्या मतलब?
शिवसेना के दो टुकड़े होने के बाद पहली बार हुए चुनाव में इस सीट पर दूसरे नंबर NOTA आया है. इससे यह पता चलता है कि ऐसे लोगों की संख्या है, जो लोग ऋतुजा लटके को वोट नहीं वोट करना चाह रहे थे, उन्होंने NOTA का बटन दबाया है.
Expand4. पिछले चुनाव में क्या था इस सीट का हाल?
साल 2019 के विधानसभा चुनाव में अंधेरी ईस्ट सीट से शिवसेना के रमेश लटके ने जीत हासिल की थी. इस दौरान रमेश लटके को 62773 वोट मिले थे. उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी मुर्जी पटेल को 16965 वोटों के अंतर से हराया था, जिनके हिस्से में 45808 वोट आए थे. तीसरे नंबर पर कांग्रेस के जगदीश कुट्टी को 27951 वोट मिले थे. इसके अलावा वंचित बहुजन अघाड़ी के उम्मीदवार शरद सोपान यतम को 4315 वोट मिले थे.
इस साल दूसरे नंबर पर आए NOTA को साल 2019 में कुल 4311 वोट मिले थे.
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शिवसेना के बंटने के बाद पहला चुनाव
गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे के बगावत करने और शिवसेना के दो धड़ों में बंट जाने और महा विकास अघाड़ी सरकार गिरने के बाद यह पहला चुनाव था. इसलिए उद्धव गुट के लिए ये चुनाव कई मायनों में अलग था. मैदान में कुल सात उम्मीदवार थे, जिसमें से ऋतुजा लटके को छोड़कर सभी निर्दलीय थे. एनसीपी और कांग्रेस ने ऋतुजा लटके को समर्थन दिया था.
उद्धव गुट की जीत का क्या मतलब?
एकनाथ शिंदे के बगावत करने और शिवसेना के दो टुकड़े हो जाने के बाद उद्धव ठाकरे के लिए यह जीत काफी मायने रखती है, क्योंकि इससे आने वाले दिनों में उद्धव ठाकरे गुट की आगे की दशा और दिशा तय होगी. इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी और शिंदे गुट को भी इससे एक मैसेज मिलेगा.
कुछ महीनों बाद बीएमसी का चुनाव भी होने वाला है, इस पर भी इस जीत का असर हो सकता है.
बीजेपी ने इस सीट पर अपने कैंडीडेट का ऐलान करने के बाद नाम वापस ले लिया था. बीजेपी ने शुरुआत में इस सीट से मुरजी पटेल को उम्मीदवार बनाया था. शायद बीजेपी को इस बात का अंदाजा लग गया था कि इस सीट से पार्टी को जीत मिलना मुश्किल है.
NOTA को इतना ज्यादा वोट मिलने का क्या मतलब?
शिवसेना के दो टुकड़े होने के बाद पहली बार हुए चुनाव में इस सीट पर दूसरे नंबर NOTA आया है. इससे यह पता चलता है कि ऐसे लोगों की संख्या है, जो लोग ऋतुजा लटके को वोट नहीं वोट करना चाह रहे थे, उन्होंने NOTA का बटन दबाया है.
पिछले चुनाव में क्या था इस सीट का हाल?
साल 2019 के विधानसभा चुनाव में अंधेरी ईस्ट सीट से शिवसेना के रमेश लटके ने जीत हासिल की थी. इस दौरान रमेश लटके को 62773 वोट मिले थे. उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी मुर्जी पटेल को 16965 वोटों के अंतर से हराया था, जिनके हिस्से में 45808 वोट आए थे. तीसरे नंबर पर कांग्रेस के जगदीश कुट्टी को 27951 वोट मिले थे. इसके अलावा वंचित बहुजन अघाड़ी के उम्मीदवार शरद सोपान यतम को 4315 वोट मिले थे.
इस साल दूसरे नंबर पर आए NOTA को साल 2019 में कुल 4311 वोट मिले थे.
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