दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल माफी 'मोड' में चल रहे हैं. बिक्रम सिंह मजीठिया, नितिन गडकरी, कपिल सिब्बल से माफी मांगने के बाद अगला 'नंबर' वित्त मंत्री अरुण जेटली का था. लेकिन मंगलवार को कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया है कि जेटली ने केजरीवाल के माफीनामे को ठुकरा दिया है.
बता दें कि 2015 में केजरीवाल ने अरुण जेटली पर DDCA की अध्यक्षता के दौरान भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. इसके एक हफ्ते के भीतर ही जेटली ने केजरीवाल समेत AAP के 6 नेताओं के खिलाफ 10 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा दायर कर दिया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जेटली अब केजरीवाल समेत उन सभी नेताओं से माफी मांगने की बात कह रहे हैं.
मानहानि के केस में एक और 'मानहानि'
मानहानि केस की ही दिल्ली हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई में केजरीवाल के वकील रामजेठमलानी ने कोर्ट में जेटली को ‘धूर्त’ कह दिया था. जेठमलानी ने दावा किया कि उन्हें ऐसे शब्द का इस्तेमाल करने का निर्देश केजरीवाल ने दिया था. इसपर नाराज जेटली ने एक नया 10 करोड़ का मानहानि का मामला दायर कर दिया. लेकिन बाद में दिल्ली हाईकोर्ट ने जेटली की याचिका खारिज कर दी थी.
केजरीवाल के माफी 'मोड' पर नाराजगी
अरविंद केजरीवाल के इस सिलसिलेवार तरीके से माफी मांगने पर AAP की पंजाब इकाई में भारी नाराजगी है. पिछले हफ्ते उन्होंने शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया पर बिना सूबतों के ड्रग्स कारोबार में शामिल होने के आरोपों पर मांफी मांग ली थी. इस माफी से AAP की पंजाब इकाई में विद्रोह हुआ, जिसे लेकर पंजाब की AAP इकाई के प्रमुख पद से भगवंत मान ने इस्तीफा दे दिया था. पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से कुमार विश्वास, योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने भी इसकी कड़ी आलोचना की थी.
केजरीवाल पर अरुण जेटली, शीला दीक्षित, सुभाष चंद्रा, रमेश बिधूड़ी के मानहानि केस समेत एक दर्जन से ज्यादा मानहानि का केस है.
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