कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा का समापन सोमवार को श्रीनगर में झंडा फहराकर किया गया. यात्रा के समापन समारोह में शामिल होने के लिए 21 विपक्षी पार्टियों को न्योता दिया गया था, लेकिन, कई विपक्षी पार्टियों ने इस कार्यक्रम में भाग नहीं लिया.
भारत जोड़ो यात्रा के समापन कार्यक्रम में शामिल नहीं होने वाले राजनीतिक दलों में जदयू, राजद, सीपीएम, टीएमसी, एसपी, एनसीपी और शिवसेना शामिल हैं.
कार्यक्रम में शामिल होने वाले राजनीतिक दलों में DMK, NC, PDP, VCK, IUML, केरल कांग्रेस, JMM, RSP, फॉरवर्ड ब्लॉक और CPI शामिल थे. दिलचस्प बात यह है कि BSP, जिसके इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की उम्मीद थी, ने भी समारोह में भाग लेने के लिए अपने सांसद श्याम सिंह यादव के साथ एक प्रतिनिधि भेजा.
बर्फबारी ने कार्यक्रम पर फेरा पानी
जो लोग कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए, उनमें से कई को आने का कार्यक्रम था, लेकिन भारी बर्फबारी ने उनकी योजना पर पानी फेर दिया. सूत्रों ने कहा कि शिवसेना, एनसीपी और सीपीएम उन दलों में शामिल हैं जो बर्फबारी के कारण श्रीनगर नहीं जा सके. इन दलों ने पहले यात्रा के लिए अपना समर्थन दिखाया था.
श्रीनगर हवाई अड्डे के निदेशक कुलदीप सिंह ऋषि ने ट्वीट किया कि सोमवार को शहर की सभी 68 उड़ानें रद्द कर दी गईं हैं.
JDU जैसी अन्य पार्टियों ने पहले ही निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था और टीएमसी, एसपी जैसी पार्टियों के आने की संभावना नहीं थी. आम आदमी पार्टी, शिरोमणि अकाली दल (SAD), भारत राष्ट्र समिति (पूर्व में TRS) और गुलाम नबी आजाद की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) को पहले ही आमंत्रित नहीं किया गया था.
उपस्थित विपक्षी नेताओं ने की राहुल गांधी की तारीफ
इस कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने यात्रा के लिए राहुल गांधी को बधाई दी और उनसे पूर्व से पश्चिम तक एक समान यात्रा शुरू करने का आग्रह किया, जिसमें वह शामिल होना चाहते हैं.
“यह एक बहुत ही सफल यात्रा रही है. राष्ट्र को इसकी आवश्यकता थी. इसने साबित कर दिया है कि ऐसे लोग हैं जो बीजेपी को पसंद करते हैं और ऐसे भी लोग हैं जो बीजेपी के बिना एक नई सरकार चाहते हैं, और जो एक दूसरे के साथ सद्भाव, शांति और प्रेम चाहते हैं, जो बीजेपी नहीं दे सकती है."अब्दुला
CPI नेता डी. राजा ने कहा कि, "देश को बीजेपी से मुक्त कराने के लिए सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को एक साथ आना चाहिए." वहीं, पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पूरा देश "राहुल गांधी में आशा की किरण" देख रहा है.
अंत में, राहुल गांधी ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें जम्मू-कश्मीर में पैदल इस तरह की यात्रा नहीं करने की चेतावनी दी थी, लेकिन इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा.
"मैंने सोचा कि मुझे उन लोगों को मौका देना चाहिए जो मुझसे नफरत करते हैं, मेरी सफेद टी-शर्ट का रंग लाल करने के लिए. मेरे परिवार ने मुझे सिखाया और गांधी जी ने मुझे निडर होकर जीना सिखाया. नहीं तो यह जीवित नहीं होता. लेकिन जैसा मैंने उम्मीद की थी, वैसा ही हुआ, जम्मू-कश्मीर के लोगों ने मुझे ग्रेनेड नहीं बल्कि सिर्फ प्यार दिया."राहुल गांधी
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