छत्तीसगढ़ में जारी गुटबाजी के बीच सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) को कांग्रेस ने अहम जिम्मेदारी दी है. पार्टी ने उन्हें यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पर्यवेक्षक (ऑब्जर्वर) घोषित किया है. यानी उनपर राज्य में कांग्रेस (Congress) के चुनावी अभियान के निगरानी का जिम्मा होगा.
पंजाब की तरह छत्तीसगढ़ में भी सीएम बदलने की हो रही मांग, कुछ दिनों से दिल्ली में डटें हैं कई कांग्रेस विधायक.
छत्तीसगढ़ में भी सीएम बदलने की मांग तेज
भूपेश बघेल ने नई जिम्मेदारी के लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का शुक्रिया अदा किया है. उन्होंने लिखा, ''माननीय राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी जी ने उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मुझे पर्यवेक्षक होने का निर्देश दिया है। बड़ी ज़िम्मेदारी है। पूरा प्रयास रहेगा कि शीर्ष नेतृत्व की उम्मीदों पर खरा उतर सकूं। परिवर्तन का संकल्प, कांग्रेस ही विकल्प''.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में भी सीएम बदलने की मांग तेजी से उठ रही है, राज्य सरकार के मंत्री टीएस सिंह देव समर्थक विधायकों के साथ मिलकर मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा ठोक रहे हैं. कुछ दिनों पहले ही सीएम भूपेश बघेल ने दिल्ली का दौरा किया था, जिसके बाद तत्काल उनकी कुर्सी जाने से बच गई थी. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के 15 विधायकों ने कई दिनों से दिल्ली में डेरा डाल रखा है, इसके अलावा शुक्रवार को कुछ और विधायकों के भी राजधानी पहुंचने की खबरों से राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की आहट एकबार फिर तेज हो गई है.
यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस
उत्तर प्रदेश में 2022 की शुरुआत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं. इस चुनाव में सत्ताधारी बीजेपी का मुकाबला समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस जैसी विपक्षी पार्टियों से होगा. इसके अलावा कई अन्य छोटे दल भी चुनावी मैदान में होंगे. यूपी चुनाव के लिए कांग्रेस ने फिलहाल कोई गठबंधन नहीं किया. माना जा रहा है कि कांग्रेस, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी.
कांग्रेस ने भी 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस ली है. प्रियंका गांधी हाल ही में यूपी दौरे पर गई थीं, जहां उन्होंने पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर चुनावी तैयारियों का जायजा लिया था.
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