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राबड़ी देवी के घर पहुंची CBI, समर्थन में विपक्ष, केजरीवाल बोले- अपमानजनक

सीबीआई की पूछताछ को लेकर तेजस्वी यादव बोले- अगर आप बीजेपी के साथ रहते हैं, तो आप राजा हरिश्चंद्र होंगे.

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सोमवार 6 मार्च 2023 की सुबह बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के घर सीबीआई पहुंची थी. करीब 4 घंटे तक राबड़ी देवी से सीबीआई की टीम ने पूछताछ की. सीबीआई IRCTC लैंड फॉर जॉब स्कैम यानी जमीन के बदले रेलवे में नौकरी घोटाला की जांच के मामले में पूछताछ के लिए आई थी. इसी बीच विपक्षी एकता भी देखने को मिल रही है. कांग्रेस से लेकर जेडीयू और आम आदमी पार्टी, आरजेडी और लालू परिवार के समर्थन में नजर आ रही है. यहां तक कि जो दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल कल तक लालू यादव को भ्रष्टचार से जोड़ते थे वो भी विपक्षी पार्टियों पर सीबीआई की कार्रवाई के खिलाफ बोल रहे हैं.

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अरविंत देजरीवाल ने कहा, "विपक्ष के सदस्यों (राबड़ी देवी) के यहां छापे पड़ना अपमानजनक है... विपक्ष शासित राज्यों में काम ठप कराने का चलन होता जा रहा है. वे ईडी, सीबीआई और गवर्नर का इस्तेमाल उन्हें परेशान करने के लिए करते हैं...देश तभी आगे बढ़ सकता है जब सब मिलकर काम करें."

प्रियंका गांधी बोलीं- BJP विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है

प्रियंका गांधी ने भी सीबीआई की पूछताछ पर बीजेपी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा, "जो विपक्षी नेता BJP के सामने झुकने को तैयार नहीं हैं, उन्हें ED-CBI के जरिये प्रताड़ित किया जा रहा है. आज राबड़ी देवी जी को परेशान किया जा रहा है, लालू यादव जी व उनके परिवार को वर्षों से प्रताड़ित किया जा रहा है, क्योंकि वे झुके नहीं. बीजेपी विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है."

CBI पूछताछ पर तेजस्वी यादव क्या बोले?

सीबीआई की पूछताछ को लेकर RJD नेता और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का बयान आया है. तेजस्वी ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा,

"आप बता दीजिए कि कोई मंत्री साइन कर दे और नौकरी मिल जाए? जिस दिन हमारी महागठबंधन की सरकार बनी थी तो उन्होंने उसी दिन कहा था यह सिलसिला चलता रहेगा. 15 तारीख को जो कोर्ट में समन है वो नॉर्मल प्रोसेस है. अगर आप बीजेपी के साथ रहते हैं, तो आप राजा हरिश्चंद्र होंगे. महाराष्ट्र में जब शरद पवार के भतीजे (अजित पवार) बीजेपी में गए तो सारे केस वापस ले लिए गए. जब टीएमसी के मुकुल रॉय जब बीजेपी में गए, सारे केस वापस ले लिए गए. बीजेपी को आईना दिखाओगे तो ये (छापेमारी) होगी. कोई नईबात नहीं है. टाइमिंग पर जिसको जो आकलन करना है करते रहे. इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है किसी को, बिहार की जनता देख रही है."

तेजस्वी ने यह भी कहा कि कोई घोटाला नहीं हुआ है.

वहीं दूसरी तरफ सीबीआई की इस जांच और दौरे को लेकर आरजेडी के कार्यकर्ताओं में गुस्सा है. आरजेडी कार्यकर्ता राबड़ी आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

समर्थन में JDU

राबड़ी देवी के घर पर सीबीआई के पहुंचने पर सहयोगी पार्टी जेडीयू ने केंद्र और सीबीआई पर हमला बोला है और कहा है कि केंद्र सरकार ने सीबीआई को रेड प्रकोष्ठ बना दिया है. जेडीयू के विधायक संजीव कुमार ने कहा, "यह दुखद है जब लोग उनके पक्ष में नहीं आते है तो केंद्र सरकार ऐसे काम करती है. जनता बीजेपी को बताएगी 2024 के चुनाव में बिहार में पता चल जायेगा."

कांग्रेस का बीजेपी पर हमला

कांग्रेस ने इस मामले पर अपनी नाराजगी जाहिर की है और कहा की ये कोई नई बात नहीं है. कांग्रेस के विधायक शकील अहमद ने कहा, "केंद्र सरकार के पास कोई काम नही है इस लिए एजेंसी को लगा देती है कोई उनके खिलाफ न बोले लेकिन इस छापा से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. लालू जी के आवाज को दबाया नहीं जा सकता है."

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BJP ने कहा- जो बोया है वही पा रहे हैं

राबड़ी आवास पर सीबीआई के पहुंचने से विपक्षी पार्टियां एकजुट नजर आ रही हैं वहीं बीजेपी ने इसपर तंज किया है. बीजेपी विधायक नितिन नबीन ने कहा है कि लालू यादव और उनके परिवार का सीबीआई रेड से पुराना नाता है. कोई पहली बार नहीं है कि राबड़ी आवास पर सीबीआई छापा मारने पहुंची है. लालू यादव अपनी करनी का फल भुगत रहे हैं.

CBI ने पूछताछ पर क्या कहा?

न्यूज एजेंसी एएनआई ने एजेंसी अधिकारी के हवाले से लिखा है कि कुछ दिनों पहले सीबीआई ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को तलब किया था और उन्होंने खुद सोमवार, 6 मार्च को अपने आवास पर पूछताछ की तारीख तय की थी. ऐसा नहीं है कि सीबीआई अपने आप अंदर घुस गई है.

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क्या है पूरा मामला?

दरअसल, लालू यादव जब केंद्र में रेल मंत्री थे तब ही जुड़ा ये मामला है. लालू यादव और उनके परिवार पर आरोप है कि रेलवे में बिना विज्ञापन के ग्रुप डी में 12 लोगों को नौकरी दी गई और बदले में उनसे उनकी जमीन ली गई.

ये मामला कथित लैंड फॉर जॉब स्कैम यानी रेलवे में नौकरी के बदले रिश्वत में जमीन लेने का है. लालू यादव 2004 से 2009 तक रेल मंत्री थे. आरोप है कि लालू यादव ने रेल मंत्री रहने के दौरान रेलवे में लोगों को नौकरी देने के बदले उनसे जमीन ली थी.

सीबीआई के मुताबिक, रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर अस्थायी तौर पर भर्ती किया गया और जब जमीन का सौदा हो गया तब उनकी नौकरी पक्की कर दी गई. सीबीआई का कहना है कि पटना में लालू यादव के परिवार ने 1.05 लाख वर्ग फीट जमीन पर कथित तौर पर कब्जा कर रखा है. इन जमीनों का सौदा नकद में हुआ था.

अक्टूबर 2022 में, केंद्रीय एजेंसी ने मामले के सिलसिले में राबड़ी देवी, लालू प्रसाद और अन्य के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी. विशेष सीबीआई अदालत के समक्ष दायर आरोप पत्र में लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती और रेलवे के एक पूर्व महाप्रबंधक को भी आरोपी के रूप में नामित किया गया था.

जुलाई 2022 में, सीबीआई ने भोला यादव को गिरफ्तार किया, जो इस मामले में रेल मंत्री रहते हुए लालू प्रसाद के विशेष कार्य अधिकारी (OSD) हुआ करते थे.

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