BJP First Candidate List for Lok Sabha Election: बीजेपी ने शनिवार, 2 मार्च को लोकसभा चुनावों के लिए अपने 195 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की. पीएम मोदी लगातार तीसरी बार वाराणसी सीट से चुनाव लड़ेंगे. सूची में 34 केंद्रीय मंत्री और राज्य मंत्री (MoS) और 3 पूर्व मुख्यमंत्री शामिल हैं. पार्टी ने एमपी की पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को लोकसभा भेजने की तैयारी कर ली है. उन्हें विदिशा से उम्मीदवार बनाया गया है.
हालांकि बीजेपी के कई ऐसे बड़े नाम भी हैं जिनका पार्टी ने उनकी मौजूदा सीट से टिकट काट दिया है और उनकी सीट पर किसी और को उम्मीदवार बनाया है. चलिए आपको ऐसे ही नामों से रूबरू कराते हैं. साथ ही हम आपको यहां कुछ चौंकाने वाले नाम भी बताएंगे, जिन्होंने इस लिस्ट में अपनी जगह बनाई है.
सबसे पहले बात दिल्ली की. पार्टी ने यहां 7 में से 5 सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. इन 5 सीटों पर सिर्फ उत्तरी दिल्ली से मनोज तिवारी अपनी सीट से टिकट बचा पाए हैं. पार्टी ने बाकि 4 सीट पर नए उम्मीदवार खड़े किए हैं.
चांदनी चौक से हर्ष वर्धन का टिकट काटकर प्रवीण खंडेलवाल को उतारा गया
नई दिल्ली से मीनाक्षी लेखी का टिकट काटकर सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को उम्मीदवार बनाया गया है
पश्चिमी दिल्ली से प्रवेश वर्मा की जगह कमलजीत सहरावत मैदान में हैं.
दक्षिणी दिल्ली से रमेश बिधूड़ी को हटाकर रामवीर बिधूड़ी को उतारा गया है.
अपने विवादित बयानों से खबरों में रहने वाली सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को इसबार भोपाल से टिकट नहीं मिला है. उनकी जगह अलोक शर्मा को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है.
यह नाम चौंका गए
पार्टी ने बंगाल के आसनसोल ने भोजपूरी स्टार पवन सिंह को उतारा था. उनका मुकाबला TMC के शत्रुघ्न सिन्हा के साथ होना तय माना जा रहा था. हालांकि उनके नाम पर विवाद के बीच पवन सिंह ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है.
इसके अलावा तमाम कयासों को धता बताते हुए मथुरा से हेमा मालिनी ने एक बार फिर कमल का टिकट पा लिया है.
रोमांचक मुकाबला तिरुवनंतपुरम, केरल में होगा जहां से पार्टी ने केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर को उम्मीदवार बनाया है. यहां उनके सामने कांग्रेस के दिग्गज शशि थरूर होंगे. इसके अलावा केरल की ही पथानामथिट्टा सीट से अनिल एंटनी चुनाव लड़ेंगे.
अनिल एंटनी पूर्व रक्षा मंत्री एके एंथोनी के बेटे हैं. वह 2023 में ही कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए हैं. उनके पिता ने पार्टी छोड़ने के उनके फैसले का समर्थन नहीं किया था.
शिवराज सिंह चौहान को जब पार्टी ने एमपी में शानदार जीत के बावजूद फिर से सीएम नहीं बनाया तो संकेत साफ था कि पार्टी उन्हें लोकसभा भेजने वाली है. अब पार्टी ने उन्हें विदिशा सीट से अपना उम्मीदवार बना दिया है.
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