बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी (BJP National Executive Meet) की दो दिवसीय बैठक का आज से हैदराबाद में आगाज होगा. बैठक में पार्टी के सभी बड़े नेता शामिल होंगे. इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) सहित बीजेपी शासित राज्यों के सीएम भी मीटिंग में हिस्सा लेंगे. बीजेपी की यह बैठक करीब 18 साल बाद हैदराबाद में आयोजित हो रही है. आज से हैदराबाद में होने वाली बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आखिरी बार वाजपेयी युग के दौरान साल 2004 में आयोजित की गई थी.
बीजेपी की ये बैठक तेलंगाना के साथ-साथ पार्टी के लिए भी महत्वपूर्ण है. क्योंकि, बीजेपी ने अपने 'मिशन साउथ' एजेंडे को ध्यान में रखते हुए यहां बैठक करने का फैसला लिया है. भगवा पार्टी, दक्षिण में अपने आधार को मजबूत करने की कोशिश कर रही है. क्योंकि, तेलंगाना में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं.
BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे भव्य प्रदर्शनी का उद्घाटन
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा एक भव्य प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे, जिसमें राज्य के गुमनाम नायकों को सम्मानित किया जाएगा. प्रदर्शनी को उस स्थान के आसपास स्थापित किया गया है, जहां राष्ट्रीय बैठक होनी है. तेलंगाना की सभी कलाकृतियां, राज्य के गुमनाम नायक और डॉ के लक्ष्मण, जी किशन रेड्डी और तेलंगानी बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष बंदी संजय कुमार की पदयात्राओं की तस्वीरें प्रदर्शित की जाएंगी.
बीजेपी तेलंगाना मुक्ति आंदोलन, अलग राज्य आंदोलन, रामप्पा मंदिर सहित क्षेत्रीय विरासत और संस्कृति को भी उजागर करेगी और हाल ही में अंकित यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल, वारंगल किला, काकैत्य वंश भी प्रदर्शनी में प्रस्तुत किया जाएगा.
PM मोदी समेत BJP के शीर्ष नेता भी होंगे बैठक में शामिल
इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्रियों से साथ-साथ बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित केंद्र सरकार के शीर्ष नेतृत्व शामिल होंगे. ये बैठक मधापुर के हैदराबाद इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में होगी. बीजेपी के इस दो दिवसीय बैठक में 300 से अधिक राष्ट्रीय नेता भाग लेंगे.
बीजेपी को उम्मीद है कि हैदराबाद में होने वाली बैठक का असर पड़ोसी राज्य कर्नाटक पर भी पड़ेगा, जहां वह पहले से ही सत्ता में है और तमिलनाडु और केरल जहां पार्टी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए संघर्ष कर रही है.
TRS और BJP में पोस्टर वॉर
इस समय भगवा रंग ने पूरे हैदराबाद को कब्जा कर लिया है. बीजेपी की प्रचार शाखा ने यह सुनिश्चित किया है कि शहर भर में झंडे, बैनर, पोस्टर और होर्डिंग लगाए जाएं. प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और तेलंगाना बीजेपी प्रमुख बंदी संजय कुमार के कई कट-आउट हैदराबाद भर में रणनीतिक स्थानों पर लगाए गए हैं.
इसके खिलाफ TRS समर्थकों ने भी देश के लिए पीएम मोदी के 'अधूरे वादों' पर सवाल उठाने वाले होर्डिंग लगाने का फैसला किया है. TRS ने विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का स्वागत करते हुए कई बैनर भी लगाए हैं. TRS भी आज एक कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है, जिसमें वो विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का भव्य स्वागत करेगी.
बीजेपी की तरफ से विशाल जनसभा का आयोजन
बीजेपी ने 3 जुलाई को हैदराबाद में एक विशाल जनसभा की योजना बनाई है. हैदराबाद इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (HICC) में बैठक समाप्त होने के बाद बेगमपेट जाएंगे, यहां से वो परेड ग्राउंड जाएंग जहां जनसभा होनी है.
बताया जा रहा है कि जनसभा आयोजित करने का निर्णय राज्य की जनता को जुटाने के लिए भगवा पार्टी की कोशिश का हिस्सा है. बीजेपी को उम्मीद है कि हैदराबाद में प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी का फायदा उठाया जाएगा. बीजेपी ने 10 लाख लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए राज्य भर के नेताओं को भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी दी गई है.
बीजेपी ने बैठक के लिए सिकंदराबाद स्थित परेड मैदान को चुना है. क्योंकि यह रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आता है. इसका मतलब साफ है कि राज्य बैठक में बाधा उत्पन्न करने के लिए कोई कारण नहीं बता पाएगा.
साइबराबाद में धारा 144 लागू, कई डायवर्जन का ऐलान
पीएम के दौरे को ध्यान में रखते हुए साइबराबाद ट्रैफिक पुलिस ने यातायात को सुचारू रखने के लिए कई डायवर्जन की घोषणा की है. बैठक के आयोजन स्थल और उसके आसपास के कार्यालयों को अलग-अलग समय का पालन करने या कर्मचारियों को घर से काम करने का विकल्प देने की सलाह दी गई है.
साइबराबाद पुलिस ने पूरे इलाके में धारा 144 लगाई है. इसके तहत 1 जुलाई से 4 जुलाई तक साइबराबाद कमिश्नरी की सीमा में 5 से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक है. इस दौरान ड्यूटी पर पुलिस अधिकारियों, सैन्य कर्मियों, होमगार्ड और अंतिम संस्कार के जुलूसों को छूट दी गई है. पुलिस ने साइबराबाद पुलिस आयुक्तालय की सीमा के भीतर कार्यक्रम स्थल के आसपास और स्थल से 5 किलोमीटर के दायरे में दूर से नियंत्रित ड्रोन, पैराग्लाइडर और दूर से नियंत्रित माइक्रोलाइट विमानों की उड़ान पर भी रोक लगा दी है.
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