बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने लखनऊ स्थित राज्य कार्यालय पर स्टेट, मंडल और जिला कमेटी के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकारों को लव जिहाद, लैंड जिहाद, हिजाब, मदरसा, स्कूल-कॉलेज, बुलडोजर राजनीति, धार्मिक उन्माद, फैलाने वाले नफरत बयानों से बचना होगा. उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में यही हो रहा है.
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में सभी को मजबूती से लग जाना है. यूपी के करोड़ों लोगों के जीवन में महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, महिला उत्पीड़न, बिजली, पानी, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं.
BSP सुप्रीमो मायावती ने कहा कि सरकार महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा जैसे मुद्दों से लोगों का ध्यान बांटने के लिए जातिवादी, साम्प्रदायिक और धार्मिक विवादों को जानबूझकर पूरी छूट और शह दे रही है, जिस कारण प्रदेश ही नहीं बल्कि देश की प्रगति भी प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से प्रभावित हो रही है.
देश की जीडीपी को लेकर भी मयावती ने कई सवाल खड़े किए. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश का निर्यात घटने के कारण व्यापार घाटा पिछले पांच महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है जो चिन्तनीय है, लेकिन बीजेपी सरकार इसको नजरअंदाज कर रही है.
लोकसभा आम चुनाव की तैयारियों को लेकर इस बैठक में चर्चा की गई. जिसके मुख्य बिंदु बीजेपी सरकार के कार्यकलापों और बदलते राजनीतिक हालात को लेकर रहा. मायावती ने बीजेपी सरकार के कार्यकलापों और उससे निपटने के लिए विपक्षी पार्टियों की गतिविधियों पर नजर बनाए रखने के लिए भी हिदायत दी.
उन्होंने कहा कि यूपी सहित विभिन्न बीजेपी सरकारों को कथित लव जिहाद, लैण्ड जिहाद, धर्मान्तरण, मजार और स्कूल, कालेज विध्वंस, मदरसा जांच, बुलडोजर राजनीति और धार्मिक उन्माद फैलाने वाले नफरती, संकीर्ण बयानों और कार्रवाईयों आदि से बचना होगा, ताकि देश भर में व्याप्त तनाव और दहशत का माहौल समाप्त हो और देश मजबूती से आत्मनिर्भरता की तरफ आगे बढ़ सके.
उन्होंने कहा कि विकास पूरे प्रदेश का होना चाहिए न कि समाजवादी पार्टी की हुकूमत की तरह कुछ विशेष जिले में खास क्षेत्रों का.
उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था पर सरकार फेल है. हिरासत में हत्या और अपराधियों में खुलेआम टकराव ने लोगों के बीच दहशत पैदा कर दी है.
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