ADVERTISEMENTREMOVE AD

बघेल के खिलाफ बगावत नरम पड़ने के संकेत,सिंह देव बोले- नहीं है 'ढाई साल फॉर्मूला'

Chhattisgarh में सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ बगावत के सुर, टीएस सिंह देव को सीएम बनाने की मांग

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

छत्तीसगढ़ में सीएम भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव के बीच कुर्सी के लिए विवाद छिड़ा है. जिसे लेकर दोनों नेताओं ने दिल्ली में राहुल गांधी से भी मुलाकात की है. लेकिन अब टीएस सिंह देव ने पहली बार खुलकर इस मामले पर बयान दिया है. साथ ही जिस ढाई साल मुख्यमंत्री वाले फॉर्मूले पर विवाद चल रहा है, उसे भी नकारा है. टीएस सिंह देव ने कहा है कि पार्टी ने कभी भी ऐसे किसी फॉर्मूले की बात नहीं कही थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

2.5 साल के फॉर्मूले को बताया अटकलबाजी

बता दें कि टीएस सिंह देव के समर्थक विधायक लगातार इस फॉर्मूले की बात करते आए हैं. साथ ही इसी का हवाला देते हुए वो सिंह देव को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर पार्टी पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन अब टीएस सिंह देव ने खुद ही इस फॉर्मूले को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा,

"पार्टी ने कभी भी ढाई साल के फॉर्मूले की बात नहीं कही थी. ये सिर्फ मीडिया की अटकलबाजी थी कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री चुने जाने को लेकर ऐसा फॉर्मूला बन रहा है. पार्टी में हाईकमान तय करता है कि किसका क्या रोल होगा. हम अपनी उन जिम्मेदारियों को निभा रहे हैं."

कप्तान तो हर कोई बनना चाहता है- देव सिंह

हालांकि भले ही टीएस सिंह देव ने ढाई साल वाले फॉर्मूले को नकारा हो, लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री बनने की महत्वकांक्षा को लेकर इनकार नहीं किया. उन्होंने मीडिया के सामने ये बता दिया कि अगर मौका मिला तो वो मुख्यमंत्री बनना चाहेंगे. टीएस सिंह देव ने कहा,

"अगर कोई एक टीम में खेल रहा होता है तो क्या वो कभी कप्तान बनने का नहीं सोचता? क्या आप नहीं बनना चाहेंगे? हर कोई इस बारे में सोचता है, लेकिन सवाल सोच का नहीं है बल्कि योग्यता का होता है. हाईकमान ही फैसला लेता है."

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ लगातार अनबन को लेकर भी टीएस सिंह देव ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि, वो (भूपेश बघेल) अगले 50 साल, 10 साल या फिर दो साल के लिए सीएम बने रह सकते हैं. ये तय नहीं है. यहां तक कि भाई-बहनों में भी प्रतिस्पर्धा होती है. हेल्दी कॉम्पिटिशन होता है. मैं उन सभी जिम्मेदारियों को निभाऊंगा जो मुझे पार्टी आलाकमान ने सौंपी हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

बघेल पर दबाव बनाने की कोशिश

बता दें कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद को लेकर टीएस देव सिंह के समर्थक लगातार हमलावर हैं. उनकी मांग है कि भूपेश बघेल को कुर्सी से हटाकर देव सिंह को नेतृत्व सौंपा जाए. इसे लेकर विधायकों के अपने-अपने तर्क हैं. पार्टी पर दबाव बनाने के लिए विधायक कभी बगावत की बात कर रहे हैं तो कभी सीधे मुख्यमंत्री पर हमला बोला जा रहा है.

हालांकि इस पूरे घमासान के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल साफ कर चुके हैं कि उन्हें सीएम की कुर्सी का कोई लालच नहीं है. अगर पार्टी आलाकमान चाहेगा तो वो कुर्सी छोड़ने के लिए तैयार हैं. हालांकि बघेल भी अपने स्तर पर लगातार कांग्रेस के सीनियर नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं और अपना पक्ष मजबूत करने की कोशिश की जा रही है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×