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कांग्रेस का चिंतन शिविर आज से,किन मुद्दों पर होगी बात,क्या है पार्टी का एजेंडा? 

Congress Chintan Shivir से पहले अशोक गहलोत बोले- बीजेपी का सपना, कभी नहीं होगा कांग्रेस मुक्त भारत

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कांग्रेस (Congress) में नई जान फूंकने के लिए उदयपुर में एकजुट हो रहे पार्टी के दिग्गज नेता नव संकल्प चिंतन शिविर से एक दिन पहले केंद्र सरकार पर आक्रामक नजर आए. तीन दिवसीय शिविर के आगाज से पूर्व कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरने की रणनीति साझा की. इन्हीं मुद्दों की गूंज चिंतन शिविर में सुनाई देगी.

इधर, गुरुवार रात तक शिविर की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया. शिविर स्थल होटल ताज अरावली में प्रदेश प्रभारी अजय माकन, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा ने व्यवस्था का जायजा लिया.

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शिविर का औपचारिक आगाज शुक्रवार सुबह 10.30 बजे होगा, लेकिन उदघाटन दोपहर बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी. वे दोपहर तक विशेष विमान से उदयपुर आएंगी. पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी शुक्रवार सुबह पहुंचेंगे. शिविर में 400 से अधिक शीर्ष नेता, पदाधिकारी और राष्ट्रीय सदस्य एकजुट होंगे, तीन दिन के दौरान विभिन्न मुद्दों पर सत्रवार चर्चाएं होंगी.

इससे पहले देर शाम हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में  केंद्र की मोदी सरकार को कैसे घेरा जाए और अगले साल राजस्थान सहित विभिन्न राज्यों में होने वाले चुनावों में किस तरह से कांग्रेस को मजबूती से स्थापित किया जाए, इसके बारे में कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा, रणदीप सुरजेवाला, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने साझा किया. सबने स्पष्ट किया कि राष्ट्रधर्म की कसौटी पर नव संकल्प लेकर पार्टी जनता के बीच जाएगी. उन्होंने कहा कि हर मोर्चे पर मोदी सरकार विफल है.

इन मुद्दों पर मंथन करेगी कांग्रेस

स्नैपशॉट

भारत भयावह आर्थिक असमानता का शिकार है. 115 देशों के ग्लोबल हंगर इंडेक्स में पिछड़कर 101वें पायदान पर है. 142 अमीरों की संपत्ति एक साल में ₹30 लाख करोड़ बढ़ गई. 15 लाख हर खाते में आना तो दूर सबकी बचत का पैसा भी लुट गया.

गिरती अर्थव्यवस्था के चलते भारतीय रुपया बेदम हो रहा है, देश का कर्ज साल 2014 में ₹55 लाख करोड़ से बढ़ कर साल 2022 में ₹135 लाख करोड़ हो गया। देश के हर नागरिक पर लाखों का कर्ज़ है और 8 वर्षों में मोदी सरकार ने अपने मित्रों का 11 लाख करोड़ का बैंक कर्ज माफ कर दिया.

पेट्रोलियम पदार्थों के दामों ने जनता की कमर तोड़ दी। 

75 सालों में पहली बार बेरोजगारी दर सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भी 8 प्रतिशत पार कर चुकी है. दो करोड़ रोजगार हर साल देना तो दूर करोड़ों के रोजगार छिन गए.

किसानों की आय दोगना होना तो दूर उपज की कीमत भी नहीं मिल रही

दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, वंचितों और गरीबों के हक पर मोदी सरकार नाकाम, उन पर अत्याचार हो रहा है 

चीन लगातार चुनौती दे रहा है. सरकार केवल चीनी ऐप बैन कर झूठी वाहवाही लूट रही है और उल्टा चीन से वस्तुओं का आयात बढ़कर 97 बिलियन डाॅलर हो गया है

समाज में हिंदू-मुस्लिम विभाजन हो रहा है तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है.

चुनावों में प्रायोजित मुद्दों से जनता को भ्रमित कर रहे हैं.

चिंतन शिविर की जरूरत क्यों पड़ी?

पार्टी की कहना है कि देश इतनी गहरी वेदनाओं में डूबा है. तब स्वाभाविक है कि कांग्रेस पार्टी देश की चिंताओं के प्रति अपने दायित्वों का निर्वाह करते हुए उसका समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है. देश की अपेक्षाओं के अनुरूप हम अपनी संगठनात्मक क्षमता, दक्षता, कार्यकुशलता और कार्यशैली का मूल्यांकन कर वर्तमान चुनौतियों और परिस्थितियों के अनुरूप खुद को ढालेंगे भी. देशभर के कांग्रेस दिग्गज अगले ​तीन दिन तक उदयपुर में जुटेंगे और कांग्रेस की मजबूती के साथ देश से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर आगामी रणनीति तय करेंगे.

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बीजेपी का सपना, कभी नहीं होगा कांग्रेस मुक्त भारत: गहलोत

मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस मुक्त भारत का सपना देखने वाली बीजेपी के मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे. उलटे ऐसी बात करने वालों से देश कभी न कभी खुद मुक्त हो जाएगा. उन्होंने बताया कि नवसंकल्प चिंतन शिविर की शुरुआत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संबोधन से होंगी. इसके बाद छह अलग-अलग समूहों में नेता चर्चा करेंगे. मंथन से निकले निष्कर्ष को कांग्रेस कार्य समिति 15 मई को मंजूरी देगी. उसी दिन राहुल गांधी सबको संबोधित करेंगे.

गहलोत ने कहा कि गत आठ साल से देश के जो हालात हैं, सब आप जानते हैं. संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, देश में तनाव बढ़ना, हिंसा का माहौल होना चिंता का विषय है. केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. देशवासी कांग्रेस से उम्मीद करते हैं और उम्मीद करता हूं कि यह शिविर सफल होगा. राजस्थान के कुछ जगहों पर हुई सांप्रदायिक हिंसा पर उन्होंने कहा कि बीजेपी को इसका जवाब देना चाहिए कि देश के सात राज्यों में एक साथ और एक ही तरह से दंगे क्यों हुए? प्रदेश अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा ने कहा कि 70 साल का हिसाब मांगने वाले सात साल का हिसाब नहीं दे रहे. देश में अघोषित आपातकाल लगा है ,जो चिंता की बात है. बीजेपी बंटवारे की राजनीति कर रही है.

(इनपुट- पंकज सोनी)

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