वामपंथी विचारकों की गिरफ्तारी को लेकर पहले कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा. अब इसी मामले में कथित तौर पर पुलिस को मिली एक चिट्ठी में कांग्रेस नेता का नंबर पाए जाने के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर जोरदार पलटवार किया है.
मंगलवार को बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस और दिग्विजय सिंह को निशाने पर लिया. पात्रा ने दिग्विजिय सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है.
बीजेपी के इन आरोपों पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पलटवार किया है. बीजेपी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, 'अगर ऐसा है, तो मुझे सरकार गिरफ्तार करे. पहले देशद्रोही और अब नक्सली....इसलिए यहीं से मुझे गिरफ्तार करिए.'
कांग्रेस और दिग्विजय सिंह पर बीजेपी के आरोप
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि अर्बन नक्सल का मुद्दा सुर्खियों में है. कुछ लोगों की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस के कुछ नेता हमलावर नजर आए थे. ये लोग वामपंथी विचारकों की गिरफ्तारी को लोकतंत्र पर हमला बता रहे थे.
संबित पात्रा ने कहा, ''बीजेपी ने तथ्यों को जनता के बीच रखकर यह साबित किया है कि कांग्रेस पार्टी राजनीतिक लड़ाई के लिए देश के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकती है.''
प्रेस कॉन्फ्रेंस में संबित पात्रा ने ये कहा:
- अर्बन नक्सल को लेकर छिड़ी बहस के बीच हमें एक चिट्ठी मिली है. यह चिट्ठी पुलिस को भीमा-कोरेगांव हिंसा को लेकर की गई छापेमारी कार्रवाई के दौरान मिली थी.
- ये चिट्ठी 25 सितंबर 2017 में कॉमरेड प्रकाश ने कॉमरेड सुरेंद्र को लिखी थी.
- इस चिट्ठी में लिखा है, 'कांग्रेस पार्टी हमें हमारे आंदोलनों में सहयोग करने के लिए तैयार है. वह हमें आंदोलनों के लिए फंड देने के लिए भी तैयार हैं. इस बारे में दिए गए नंबर पर हमारे दोस्त से बात की जा सकती है.'
- मोदी रथ को रोकने के लिए नक्सली प्रयास करते रहे हैं और कांग्रेस उन्हें फंड मुहैया कराती रही है.
- चिट्ठी में दिया गया नंबर राहुल गांधी के गुरु और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह का है. दिग्विजय सिंह ने अब तक इस बात को नकारा नहीं है कि फोन नंबर उनका नहीं है.
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, ‘'ये पहली बार नहीं है, जब कांग्रेस पार्टी या दिग्विजय सिंह इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं. ये वही दिग्विजय सिंह हैं, जो 26/11 में पाकिस्तान को दरकिनार करते हुए हिंदुस्तान पर ही उंगली उठा रहे थे.’'
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)