सोमवार को CWC की बैठक के बाद ये फैसला किया गया कि जब तक कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव होंगे, तब तक सोनिया गांधी अध्यक्ष बनी रहेंगी. इस बैठक के बाद कांग्रेस के पूर्व वित्त मंत्री ने कहा है कि जिन लोगों ने भी सोनिया गांधी को लेटर लिखा वो सभी बीजेपी विरोधी हैं, उनमें से मैं भी हूं और राहुल गांधी है.
CWC की बैठक के बाद न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में चिदंबरम ने कहा जब असंतोष होता है, तभी बदलाव संभव होता है. चिदंबरम ने मीटिंग की चर्चा करते हुए कहा बैठक के बाद पार्टी और मजबूत होगी.
पी चिदंबरम ने इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि अगले तीन-चार महीनों में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के लिए चुनाव होंगे. जिसके बाद नए कांग्रेस अध्यक्ष का चयन भी हो जाएगा.
CWC की बैठक में राहुल गांधी ने लेटर भेजने के टाइम को लेकर सवाल उठाया था और कहा था कि वो पत्र ऐसे वक्त में भेजा गया, सोनिया गांधी बीमार थीं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने एक टीवी चैनल से बातचीत में सफाई देते हुए कहा कि पत्र भेजने से पहले उन्होंने सोनिया गांधी के निजी सचिव से दो बार बात की थी. और जब वो सेहतमंद होकर घर लौटीं तभी लेटर लिखा गया.
कांग्रेस पार्टी में उस वक्त एक नया सियासी तूफान खड़ा हो गया, जब 20 कांग्रेस नेताओं का लिखा एक पत्र सामने आया जिसमें फुल टाइम अध्यक्ष और कांग्रेस में सुधार लाने की मांग की गई थी. दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद कांग्रेस नेता मनीष तिवारी, शशि थरूर, कपिल सिब्बल और आनंद शर्मा जैसे नेता गुलाम नबी आजाद के आवास पर पहुंचे, जहां काफी देर तक नेताओं के बीच बैठक हुई. बता दें कि इनमें से कई नेताओं ने पार्टी लीडरशिप को लेकर लेटर लिखा था, जिसे लेकर खूब बवाल हुआ.
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में फैसला लिया गया है कि फिलहाल सोनिया गांधी ही कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी. अगले 6 महीने में नए अध्यक्ष का चुनाव होगा.
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